एससी की अधूरी रहेगी ख्वाहिश, ओबीसी को दोबारा मिलेगा मौका
जिले की 198 ग्राम पंचायतों में ही अनुसूचित जाति को मिलेगा आरक्षण - जिले में अभी 510 ग्राम पंचायत
जिले की 198 ग्राम पंचायतों में ही अनुसूचित जाति को मिलेगा आरक्षण
- जिले में अभी 510 ग्राम पंचायतों में एससी को नहीं मिला आरक्षण का लाभ
वरुण यादव, गोंडा : अनुसूचित जाति (एससी) के लोगों की ख्वाहिश इस बार भी 322 गांवों में अधूरी रह जाएगी। जबकि, 11 गांवों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को दोबारा आरक्षण का लाभ मिल सकता है। फिलहाल, लोगों की निगाहें आरक्षण के प्रस्तावित सूची के प्रकाशन पर टिकी हुई हैं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां चल रही हैं। पंचायतीराज विभाग पंचायत चुनाव को लेकर आरक्षण प्रक्रिया फाइनल करने की तैयारी जुटा है। वहीं, राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची के ड्रॉफ्ट का प्रकाशन कर दिया है। पंचायतीराज विभाग के निदेशालय से जारी आरक्षण चार्ट के अनुसार जिले की 1214 ग्राम पंचायतों में से 198 ग्राम पंचायतें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की जाएंगी। जबकि, 321 में अन्य पिछड़ा वर्ग को मौका मिलना है। 226 सीटें इस बार महिलाओं के लिए आरक्षित की जानी हैं। विभागीय सूत्र के अनुसार जिले में अभी 520 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जो अनुसूचित जाति के लिए 1995 से 2015 के मध्य कभी आरक्षित नहीं हुईं। जबकि, ओबीसी के लिए आरक्षित न होने वाली ग्राम पंचायतों की संख्या 310 है। ऐसे में अनुसूचित जाति के आरक्षण से इस बार 322 गांव दूर रहेंगे। वहीं, अन्य पिछड़ा वर्ग को दूसरे चरण में भी आरक्षण का लाभ मिलेगा। डीपीआरओ सभाजीत पांडेय का कहना है कि शासनादेश के अनुसार आरक्षण की कार्यवाही निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार की जाएगी।
इनसेट
आंकड़ों पर एक नजर
-01 जिला पंचायत,
-16 क्षेत्र पंचायत,
-1214 जिले में कुल ग्राम पंचायतें,
-10 ग्राम पंचायतों में नहीं होंगे प्रधान व सदस्य के चुनाव,
-1204 ग्राम पंचायतों में होंगे सभी पदों के लिए चुनाव,
-1612 सदस्य क्षेत्र पंचायत के वार्ड,
-15410 सदस्य ग्राम पंचायत के वार्ड,
-65 सदस्य जिला पंचायत वार्ड