सरयू ने फिर दिखाई आखें, घाघरा का जलस्तर स्थिर
एक तरफ मौसम की आंख-मिचौली तो दूसरी तरफ नदियों
गोंडा : एक तरफ मौसम की आंख-मिचौली तो दूसरी तरफ नदियों के जलस्तर में इजाफे ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। अयोध्या में सरयू नदी लाल निशान से करीब पहुंच गई है। जबकि, एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर स्थिर है। बारिश ने उमस बढ़ा दी है।
शनिवार को सुबह मौसम साफ रहा। हवा की रफ्तार सुस्त होने से उमस बढ़ गई। दोपहर में तेज धूप निकली और इसके बाद अचानक मौसम का रंग बदल गया। आसमान में बादल छाने के साथ ही बारिश शुरू हो गई। करीब पांच मिनट बारिश के बाद फिर धूप निकल आई। ऐसे में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि बारिश धान की फसल के लिए फायदेमंद है। वहीं, नदियों के जलस्तर में एक बार फिर इजाफा शुरू हो गया है। इससे तटबंध के किनारे गांवों में बसे लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। लोग सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए ठिकाना बना रहे हैं। खतरे के निशान से सिर्फ तीन सेंटीमीटर नीचे बह रही सरयू।
वहीं, जलस्तर में उतार-चढ़ाव से कटान का खतरा बना हुआ है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार दोनों नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे हैं। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर लाल निशान से 18 सेंटीमीटर व अयोध्या में सरयू नदी तीन सेंटीमीटर नीचे बह रही है। घाघरा में 2.95 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्यखंड बीएन शुक्ल ने बताया कि नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी है। कटान वाले स्थलों पर सतर्कता बरती जा रही है।