पुराने तटबंध की मिट्टी खोदकर बनाया जा रहा रिग बांध
कछप गति से कार्य होने पर ग्रामीण बेचैन रिग बांध की ऊंचाई बढ़ाने की उठी मांग
गोंडा : ऐली परसौली में भिखारीपुर सकरौरा तटबंध टूटने के बाद गांवों को बाढ़ की तबाही से बचाने के लिए रिग बांध का निर्माण शुरू किया गया जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। खास बात यह है कि इस रिग बांध को बनाने के लिए पुराने तटबंध की मिट्टी खोदकर लाई जा रही है, जिससे वह कमजोर होता जा रहा है।
कटान को रोकने के लिए बांध की दोनों तरफ मरम्मत कार्य कराया जा रहा है लेकिन, जलस्तर घटने के बाद बचाव कार्य कच्छप गति से हो रहा है। रिग बांध को लेकर अभी भी ग्रामीणों में संशय बना हुआ है। उनका कहना है कि अभी पानी कम है। इसलिए इस रिग बांध का वजूद दिख रहा है। जलस्तर बढ़ने पर यह टिक नहीं पाएगा। बांध बनाने में विभाग द्वारा महज खानापूर्ति की जा रही है। इसकी ऊंचाई बढ़ाने की मांग ग्रामीणों ने की है। वहीं रिग बांध बनाने में क्षतिग्रस्त हुई फसलों का मुआवजा न मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है। रविवार तक मुआवजा न मिलने पर ग्रामीणों ने काम रुकवाने की चेतावनी दी है। हेलीपैड बनाने का काम शुरू
-मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को लेकर उमरी के बाबामठ बरौली में बनाए गए पुराने हेलीपैड की साफ सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। फिलहाल अभी उनके दौरे की तिथि तय नहीं है। उधर एसडीएम तरबगंज राजेश कुमार मौके पर अपनी टीम के साथ कैंप कर रहे हैं। -बाढ़ की तबाही रोकने के लिए त्वरित राहत के रूप में पुराने बांध की मिट्टी निकलवाई जा रही है। मौके पर मिट्टी मौजूद नहीं थी। जिसकी भरपाई बाद में की जाएगी। मुआवजा देने के लिए विभागीय अमीन को बुलाया गया है। पैमाइश करवा कर मुआवजा दिया जाएगा। रिग बांध लगभग बनकर तैयार है।
- त्रयंबक त्रिपाठी, अधीक्षण अभियंता पंचदशम मंडल गोंडा