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मेड़ पर लगाइए शहतूत के पौधे, रेशम कीट पालन से बढ़ेगी कमाई

गोंडा रेशम कीट पालन के जरिए आमदनी बढ़ाई जा सकती है। इसके लिए उन्हें तकनीकी ज्ञान के

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 10:34 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 10:34 PM (IST)
मेड़ पर लगाइए शहतूत के पौधे, रेशम कीट पालन से बढ़ेगी कमाई
मेड़ पर लगाइए शहतूत के पौधे, रेशम कीट पालन से बढ़ेगी कमाई

गोंडा : रेशम कीट पालन के जरिए आमदनी बढ़ाई जा सकती है। इसके लिए उन्हें तकनीकी ज्ञान के साथ ही अनुदान भी उपलब्ध कराया जाएगा। यदि किसान के पास खेत कम हैं तो भी परेशान होने की जरूरत नहीं है शहतूत के पौधे खेत के मेड़ पर भी लगाए जा सकते हैं। इससे एक तरफ जहां फसलों की सुरक्षा हो सकेगी वहीं, दूसरी तरफ रेशम कीट पालन भी होगा। किसानों को रोपाई के लिए शहतूत के पौधे मुफ्त में मिलेंगे। अनुदान का लाभ निर्धारित लक्ष्य के अनुसार किसानों को मिलेगा। इच्छुक किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बुधवार को दैनिक जागरण कार्यालय में आयोजित प्रश्न-पहर कार्यक्रम में उप निदेशक सत्येंद्र सिंह ने न सिर्फ किसानों के सवालों के जवाब दिए बल्कि, विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रेशम कीट पालन योजना के तहत अनुसूचित जाति/ जनजाति के किसानों को 90 प्रतिशत व सामान्य वर्ग के किसानों को 75 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था है।

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सवाल : रेशम कीट पालन करना चाहते हैं। सरकारी सहायता कैसे मिलेगी ?

- विक्रांत विश्वास, आजादनगर

जवाब : रेशम कीट पालन के लिए शहतूत के पौधे लगाइए। ये पौधे किसानों को विभाग मुफ्त में उपलब्ध कराएगा। रेशम कीट पालन के लिए अनुदान की राशि अलग-अलग निर्धारित है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

सवाल : मैं दो-तीन एकड़ खेत में शहतूत की नर्सरी लगाना चाहता हूं क्या मदद मिलेगी ?

- अरुण कुमार सिंह, परसपुर

जवाब : शहतूत की नर्सरी के लिए पौधे निश्शुल्क मिलेंगे। सामान्य वर्ग के लाभार्थी को एक एकड़ नर्सरी तैयार करने करके कीटपालन के लिए 36 हजार रुपये का अनुदान मिलेगा।

सवाल : रेशम पालन के लिए कीट कहां से मिल सकता है ?

- महेश प्रताप सिह, डिड़सियाकला

जवाब : रेशम कीट पालन के लिए कीट परसपुर स्थित रेशम फार्म से मिलेगा। इसके लिए किसान का पंजीकृत होना जरूरी है।

सवाल : रेशम उत्पादन के लिए सरकार सामान्य वर्ग के किसान कौन सी सहायता उपलब्ध करा रही है ?

- मनीष शुक्ल, बेलसर

जवाब : रेशम कीट पालन के लिए सामान्य वर्ग के किसान को 75 प्रतिशत अनुदान देने की व्यवस्था है। ये लाभ ऑनलाइन आवेदन करने वाले किसानों को पहले आओ, पहले पाओ नीति के आधार पर मिलेगा।

सवाल : रेशम कीट पालन के लिए क्या अनुदान मिल सकता है ?

- सच्चिदानंद पांडेय, कोंचवा रुपईडीह

जवाब : अनुदान का लाभ हरसाल निर्धारित लक्ष्य के अनुसार दिया जाता है। इच्छुक किसान वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए आवेदन कर सकते हैं।

सवाल : रेशम उत्पादन के लिए कितने खेत की आवश्यकता होती है, क्या लाभ मिल सकता है ?

- गुलशन शुक्ल, उदवतनगर

जवाब : शहतूत की नर्सरी के लिए खेत कम हो भी तो कोई दिक्कत नहीं है। मेड़ पर भी पौधे लगाए जा सकते हैं। अनुदान का लाभ लक्ष्य के अनुसार देने की व्यवस्था है।

सवाल : रेशम कीट पालन करना चाहता हूं। अनुदान कैसे मिलेगा ?

- नेवल किशोर जायसवाल, बराहेमा

जवाब : अनुदान का लाभ ऑनलाइन आवेदन करने वाले किसानों को मिलेगा। इसके अलावा रोपाई के लिए निश्शुल्क शहतूत के पौधे मिलेंगे।

सवाल : अनुसूचित जाति के किसानों को रेशम कीट पालन के लिए कितना अनुदान मिलेगा ?

- सुरेश कुमार, पकवानगांव

जवाब : अनुसूचित जाति के किसानों को रेशम कीटपालन के लिए 90 प्रतिशत अनुदान मिलेगा।


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