बिजली व्यवस्था में सुधार न होने पर की भूख हड़ताल
अधिशासी अभियंता के लिखित आश्वासन के बाद खत्म हुआ आंदोलन
गोंडा : बदहाल बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार न होने पर लोग आक्रोशित हो उठे। सुधार की मांग को लेकर सोमवार को पूर्व ग्राम प्रधान दिनेश कुमार शुक्ल ने समर्थकों के साथ भूख हड़ताल शुरू कर दी। बिजली उपकेंद्र परिसर में शुरू हुए इस आंदोलन के बाद विभाग में खलबली मच गई।
बताते चलें कि इटियाथोक व खरगूपुर स्थित बिजली उपकेंद्रों को बलरामपुर से सप्लाई दी जाती है। पूर्व प्रधान की मांग है कि खरगूपुर को सप्लाई देने के लिए एक अलग लाइन आर्यनगर से खरगूपुर तक बनी हुई है। इसके बाद भी खरगूपुर व इटियाथोक की लाइन अलग-अलग नहीं चल रही है। दोनों जगहों की सप्लाई को एक ही लाइन के सहारे विभाग चलवा रहा है। ओवरलोड होने से आपूर्ति कई-कई घंटे ठप हो जाती है। इससे क्षेत्र के लोग परेशान होते हैं। भूख हड़ताल में शामिल लोगों ने नारेबाजी भी की। मौके पर अधिशासी अभियंता वाईके चतुर्वेदी व एसडीओ पीके वर्मा पहुंचे। जूस पिलाकर भूख हड़ताल खत्म कराई। उन्होंने सप्ताह भर में खरगूपुर टाउन की सप्लाई आर्यनगर से चलाए जाने को लेकर लिखित आश्वासन दिया। इस दौरान प्रधान नरेंद्र दुबे, धीरेंद्र तिवारी, रिकू शुक्ला, आमिर, मजीद आदि मौजूद रहे।
90 प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा
धानेपुर : बिजली अव्यवस्था के विरुद्ध आवाज उठाना जनमानस को महंगा पड़ गया। शनिवार को उपभोक्ताओं ने मेहनौन बिजली उपकेंद्रपर प्रदर्शन तथा रविवार को धानेपुर चौक बाजार में चक्का जाम कर दिया था। थानाध्यक्ष संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि ग्राम पंचायत मेहनौन के प्रधानपति अजीत सिंह उर्फ रामू सिंह, बब्बन, शिवम, भालचंद्र कश्यप, हारून मनिहार सहित 50 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही ग्राम पंचायत धानेपुर के प्रधान पति शाहिद अली, आशीष कुमार, इरफान, रिकू, मदनलाल, मुबीन सहित 40 लोगों के विरुद्ध लॉकडाउन का उल्लंघन करने व शारीरिक दूरी नहीं बनाने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है।