साहब, यहां तो चिराग तले अंधेरा
श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र श्चद्गश्रश्चद्यद्ग ह्लह्मश्रह्वढ्डद्यद्गस्त्र
गोंडा : समय-दोपहर 1.35 बजे। स्थान-गायत्रीपुरम से डाकघर जाने वाला मार्ग। इस रोड पर बड़े वाहनों के निकलने से जाम की स्थिति बन गई। वाहनों के बीच निकलने की कोशिश में बाइक सवार सड़क पर गड्ढा होने से लड़खड़ा गया। हालांकि, दुर्घटना होने से बच गई। अक्सर इस रोड का उपयोग कचहरी व तहसील जल्दी पहुंचने के लिए अफसर के साथ अन्य लोग करते हैं। इस सड़क पर भी जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। बारिश का पानी भरा होने पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय से रोडवेज बस स्टेशन जाने वाली सड़क भी पूरी तरह टूट चुकी है। बहराइच रोड जाने वाली सड़क की स्थिति भी बदतर है।
ये सड़कें गड्ढा मुक्त अभियान की हकीकत बयां कर रही हैं। जब शहर के ये हालात हैं तो ग्रामीण क्षेत्र के सड़कों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को 15 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिया था लेकिन, इसका असर नहीं दिखा। अब अफसरों को 30 नवंबर तक का समय दिया गया है। इं. देवेंद्रमणि, अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड/नोडल अफसर लोक निर्माण विभाग गोंडा का कहना है की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के साथ ही शहर की सड़कों का भी चिन्हांकन किया गया है। प्रगति की समीक्षा के लिए अफसरों के साथ लगातार बैठकें भी जा रही हैं। शहर का कार्य जल्द कराया जाएगा।