अब एप के माध्यम से होगा वाहनों का फिटनेस
वाहनों का फिटनेस जांचने की व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है।
संसू, गोंडा : वाहनों का फिटनेस जांचने की व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। 27 जनवरी से वाहनों का फिटनेस एम वाहन एप के माध्यम से किया जाएगा। इसको लेकर कवायद शुरू कर दी गई है। आरटीओ, एआरटीओ व आरआइ को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया है।
वाहन का फिटनेस आरआइ करते हैं। इसके लिए वाहन को आरटीओ कार्यालय लाना होता है। यहां आरआइ उनको देखकर प्रमाण पत्र जारी करते हैं। इसको लेकर अक्सर ही सवाल खड़ा किया जाता है। अब एप के माध्यम से ऑनलाइन ही प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। यह व्यवस्था कई जिलों में पहले लागू की जा चुकी है। अब इसे यहां पर शुरू किया जाएगा। इसको लेकर तिथि निर्धारित कर दी गई है।
अब इस तरह से होगा फिटनेस
- संभागीय निरीक्षक प्राविधिक (आरआइ) संजय कुमार ने बताया कि वाहनों के फिटनेस की जांच के लिए एम वाहन एप का प्रयोग किया जाएगा। विभाग एप उपलब्ध कराएगा। इसे डाउनलोड करना है। यह आरटीओ कार्यालय के 500 मीटर के दायरे में ही काम करेगा। फिटनेस के लिए आने वाले वाहन का मोबाइल से छह फोटो खींचा जाएगा। चेसिस, डैशबोर्ड व वाहन के चारों से तरह की फोटो खींचकर एप पर अपलोड किया जाएगा। आवेदक को एसआर-12 फार्म भरना होगा। वाहन ठीक दशा में होने पर आनलाइन फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा।
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इन्हें रूट की चिता न लाइसेंस की परवाह, मार्ग पर भर रहे फर्राटा
अजय पांडेय, गोंडा : समय दोपहर 12 बजे। नगर के आंबेडकर चौराहा पर चार सवारी बैठाकर ई रिक्शा चालक फर्राटा भर रहा था। थोड़े आगे बढ़ने पर मंडे नाला के पास दो सवारी दिखाई पड़ी। चालक ने रिक्शा रोक दिया। एकाएक रिक्शा रूकने से बाइक से जा रहे दो लोग चकरा गए। वहीं, एलबीएस चौराहा पर चालक ने मार्ग पर ही ई-रिक्शा खड़ा कर दिया था। इससे ट्रैफिक जमा होने लगी। हालांकि, पुलिस ने उसे हटा दिया। यह अक्सर ही नगर के मार्ग पर देखने को मिलता है। कई चालक कम उम्र हैं। अधिकतर के पास लाइसेंस नहीं है। इनकी रूट परमिट भी नहीं है।
नगर में टैंपो-टैक्सी से अधिक ई-रिक्शा संचालित हो रहे हैं। इनका परमिट नहीं बनता है। ऐसे में यह मनमानी मार्ग पर चलते हैं। नियमों को लेकर भी फिक्रमंद नहीं हैं। अप्रशिक्षित चालक के हाथों में स्टेयरिग होने से दुर्घटना व जाम की संभावना रहती है। इनकी मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाती है। इससे ये मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पार्किंग को लेकर भी गंभीरता नहीं बरतते हैं। कहीं पर भी ई-रिक्शा खड़ा कर देते हैं। इससे लोगों को परेशानी होती है। जाम के हालात बन जाते हैं। देवीपाटन मंडल के संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन अजय कुमार ने बताया कि ई-रिक्शा का परमिट नहीं जारी किया जाता है। पंजीकरण व लाइसेंस बनता है। इसको लेकर चेकिग करने का निर्देश दिया जा रहा है।