तोड़-फोड़ व जोड़ करिए, बन जाइए बाल वैज्ञानिक
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गोंडा : पढ़ाई के साथ छात्रों को प्रयोगात्मक कार्य भी करने चाहिए, जिससे उन्हें उचित मुकाम मिल सके। यह सलाह नव प्रवर्तन अधिकारी संदीप द्विवेदी ने जीपीएस इंटर कॉलेज गौराचौकी में आयोजित गोष्ठी में दी। उन्होंने कहा कि बाल वैज्ञानिकों की खोज को लेकर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद कई योजनाएं संचालित कर रहा है। नव प्रवर्तन अधिकारी ने कहा कि छात्रों को तोड़-फोड़ व जोड़ के जरिए कुछ नया करने की कोशिश करनी चाहिए। एक छोटा से प्रयास नव प्रवर्तन हो सकता है। उन्होंने बताया कि बारहवीं की पढ़ाई कर रहे बाल नव प्रवर्तक पार्थ बंसल को हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार देकर सम्मानित किया है। पार्थ ने लेजर लाइटयुक्त एक छड़ी तैयार की थी। जिससे उनके दादी को चलने की परेशानी से निजात मिली। ये नव प्रवर्तन न सिर्फ सराहा गया, बल्कि स्टार्टअप बिजनेस को लेकर भी आर्थिक मदद मिली है। स्कूल में साइंस क्लब बनाने के साथ ही वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई। नव प्रवर्तक राम सजीवन विश्वकर्मा ने छात्रों को हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। इस दौरान प्रधानाचार्य अतिथि कुमार पाठक, विष्णु यादव, रमाशंकर, आरपी सिंह मौजूद रहे।