मनरेगा के कार्यों में नहीं नाम, फिर भी करा दिया काम
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गोंडा : मनरेगा के तहत बाउंड्रीवॉल का निर्माण सिर्फ राजकीय स्कूलों में कराया जा सकता है। अनुमन्य 260 कार्यों की सूची में अन्य किसी भी स्थल पर बाउंड्रीवॉल निर्माण की स्वीकृति केंद्र सरकार ने नही दी है। बावजूद इसके कटराबाजार के गोड़वा गांव में गो आश्रय केंद्र के बाउंड्रीवॉल निर्माण पर 8.61 लाख रुपये खर्च कर दिए गए। हैरत इस बात की है इस कार्य पर एक दिन भी राजगीर/मिस्त्री ने कार्य नहीं किया और न ही उन्हें भुगतान किया गया। बिना टेंडर प्रक्रिया को अपनाए ही सामग्री खरीद ली गई। जांच कमेटी ने बीडीओ समेत चार कर्मियों से रिकवरी कराने की संस्तुति की है।
मनरेगा के तहत नियमों की अनदेखी का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां अनुमन्य कार्यों की सूची से बाहर न सिर्फ परियोजनाओं की स्वीकृति की गई, बल्कि लाखों रुपये का भुगतान भी कर दिया गया। अपर आयुक्त मनरेगा योगेश कुमार की अगुवाई वाली कमेटी ने जांच रिपोर्ट में कई खुलासे किए गए हैं। कटराबाजार ब्लॉक की ग्राम पंचायत गोड़वा में गो आश्रय केंद्र की बाउंड्रीवॉल मनरेगा से बनवाई गई है।
मनरेगा की गाइडलाइन के अनुसार अनुमन्य 260 कार्यों की सूची में ये कार्य शामिल नहीं है। मनरेगा से सिर्फ राजकीय स्कूलों की बाउंड्रीवॉल बनवाई जा सकती है। जांच कमेटी के अनुसार इस पर परियोजना पर एक भी दिन किसी राजगीर/मिस्त्री ने कार्य नहीं किया। ऐसे में बाहरी लोगों से कार्य कराकर फर्जी भुगतान किया गया। कमेटी के अनुसार बिना टेंडर प्रक्रिया अपनाए फर्म से सामग्री आपूर्ति करा ली गई। अभिलेखों में कई खामियां पाई गई हैं। तत्कालीन कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा समेत चार कर्मियों से सरकारी धन की क्षतिपूर्ति के लिए वसूली के निर्देश दिए गए हैं।