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मुस्लिम परिवार ने दबाव में बदला नाम, पर बच्चा अब भी मोदी

ग्रामीणों और रिश्तेदारों के परेशान करने पर मां-बाप ने बच्चे का नाम किया अल्ताफ आलम मोदी। मां ने कहाबच्चे को हिंंदू बनाने के लिए उठा ले जाने की बात कहकर लोग कर रहे हैं परेशान।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 29 May 2019 06:14 PM (IST)Updated: Thu, 30 May 2019 09:07 AM (IST)
मुस्लिम परिवार ने दबाव में बदला नाम, पर बच्चा अब भी मोदी
मुस्लिम परिवार ने दबाव में बदला नाम, पर बच्चा अब भी मोदी

गोंडा, जेएनएन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीत की खुशी में नवजात पुत्र का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने वाली मुस्लिम महिला ने अब बच्चे के नाम में संशोधन किया है। उनका कहना है कि बेटे का नाम अब मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी रहेगा। ऐसा उसने रिश्तेदारों और गांववालों की ओर से परेशान किए जाने की वजह से किया। ग्रामीण और रिश्तेदार नाम बदलने के लिए दबाव डाल रहे थे।

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वजीरगंज ब्लॉक के परसपुर महड़ौर गांव के मुश्ताक अहमद की पत्नी मैनाज ने प्रधानमंत्री की जीत की खुशी में महिला ने अपने पुत्र का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने की घोषणा की थी। इसके लिए बकायदा शपथपत्र देकर बेटे का नाम परिवार रजिस्टर में अंकित करने की मांग की। हालांकि, कुछ घंटे में उसने मोहम्मद शब्द जोड़कर बच्चे का नाम मोहम्मद नरेंद्र मोदी कर दिया था। 

मैनाज का कहना है कि उसे गांव के लोग और रिश्तेदार तरह-तरह से डरा रहे हैं। सब लोग परेशान कर रहे हैं। कह रहे हैं कि तुम्हारा बेटा हिंदू हो जाएगा, वो लोग उसे लेकर चले जाएंगे। वो तुम्हारे हाथ नहीं आएगा। तुम्हारे बेटे का हकीका और खतना नहीं होगा। महिला बोली कि हमारा बेटा मुसलमान है मुसलमान ही रहेगा, हमें उम्मीद है मोदी जी हमें कुछ नहीं करेंगे। मोदी जी न कोई भेदभाव रखते हैं और न ही हमारे यहां कोई रखेगा। हम उन्हें अपना भाई मानते हैं। क्या हमें हक नहीं कि हम अपने भाई का नाम जोड़ें? 

मैनाज का वीडियो हुआ वायरल
अपने बेटे का नाम नरेंद्र मोदी रखने वाली मैनाज का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें मैनाज ने रिश्तेदारों सहित गांववालों पर परेशान करने का आरोप लगाया है। वीडियो में उसने बताया है कि किस तरह से मजहब के नाम पर उसे डराया जा रहा है। लोग समझा रहे हैं कि बेटा हिंंदू बना दिया जाएगा। यह भी बताया है कि बेटे का नाम मोदी रखने पर कुछ रिश्तेदार उसके परिवार को शाादी-ब्याह में न बुलाने की धमकी देने लगे। करीब दो मिनट के इस वीडियो में मैनाज ने अपनी व्यथा कथा सुनाई है। इसमें उन्होंने यह साफ किया है कि किस तरह की परिस्थितियों के चलते बेटे के नाम में उन्हें आंशिक बदलाव करना पड़ा।

गौरतलब है कि वजीरगंज ब्लॉक के परसपुरमहड़ौर गांव की महिला मैनाज पत्नी मुश्ताक ने अपने नवजात बच्चे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखकर सबको चौंका दिया था। यह नाम परिवार रजिस्टर में दर्ज किए जाने संबंधी एक शपथ पत्र भी दिया गया था, जिसमें बच्चे का जन्म मतगणना के दिन यानि 23 मई को दिखाया गया। 

जन्म की तारीख को लेकर है विवाद 
बच्चे के जन्म की तारीख को लेकर भी विवाद है। सीएचसी वजीरगंज की डॉक्टर भावना का दावा है कि बच्चे का जन्म 12 मई को 12:59 बजे वजीरगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ था। डॉक्टर भावना 12 मई को ड्यूटी पर थीं, जब मेनाज बेगम हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी। यह पूरी सच्चाई स्वास्थ्य केंद्र के अभिलेखों मे दर्ज है। लोकप्रियता के लिए 23 मई बताकर बच्चे का नाम नरेंद्र मोदी रखा। महिला अब समाज का डर बता रही है। 

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