पंचायत चुनाव : राजनीति से दूर रहने वाले कर्मियों को ही बनाएं बीएलओ
जिला निर्वाचन अधिकारी ने की समीक्षा एसडीएम को दिए निर्देश
गोंडा : त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचक नामावली के वृहद पुनरीक्षण अभियान को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बैठक करके एसडीएम को निर्धारित मानक के अनुसार बीएलओ की तैनाती करने के निर्देश दिए हैं।
कलेक्ट्रेट सभागार में बुलाई गई तैयारी बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. नितिन बंसल ने कहा कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया जाना है। एक जनवरी 2020 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवा अपना नाम मतदाता सूची में शामिल करा सकते हैं। उन्होंने सभी तहसीलों के एसडीएम को कहा कि बीएलओ की तैनाती में इस बात का ध्यान रखें कि वह राजनैतिक रूप से किसी दल या व्यक्ति विशेष से जुड़ा न हो और न ही किसी के दबाव में कार्य करने वाला हो। जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि बीएलओ की तैनाती जल्द पूरी करके सूची उपलब्ध कराई जाए। बीएलओ का प्रशिक्षण ब्लॉक स्तर पर कराया जाएगा। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश सिंह, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी पंचायत नारायण, एसडीएम वीर बहादुर यादव, ज्ञानचंद गुप्त, राजेश कुमार, हीरालाल मौजूद रहे।
इनसेट
ये बन सकते हैं बीएलओ
- लेखपाल, जूनियर बेसिक स्कूलों के अध्यापक, शिक्षामित्र, उत्तर प्रदेश सरकार के नियंत्रणाधीन सार्वजनिक उपक्रमों/निगमों/निकायों के उपयुक्त कर्मचारी, अन्य ग्राम स्तरीय कार्मिक जिन्हें उपयुक्त समझा जाय, यथासंभव भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कराए गए पुनरीक्षण कार्य में लगे बीएलओ को ही पंचायत पुनरीक्षण कार्य में लगाया जाय।
एक मतदान केंद्र पर एक बीएलओ
- राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार एक मतदान केंद्र पर एक बीएलओ की तैनाती की जाएगी। यदि संबंधित मतदान केंद्र पर मतदाता की संख्या तीन हजार से अधिक है तो दो बीएलओ तैनात किए जाएंगे।
क्या है 2015 के चुनाव की स्थिति
ब्लॉक-16
न्याय पंचायत-166
ग्राम पंचायत-1054
मतदान केंद्र-1445
मतदेय स्थल-3753
मतदाता करीब-24 लाख