होटल में पति-पत्नी एक साथ करा सकेंगे कोरोना का इलाज, बस देना होगा इतना शुल्क
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हुए निर्देश होटल में एसिम्टेमेटिक कोरोना के मरीज करा सकते हैं इलाज सिंगल-डबल बेड रूम का किराया तय।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना मरीजों के इलाज में तनाव से मुक्ति मिलेगी। एसिम्टेमेटिक (बिना लक्षण) मरीज अब होटल में भर्ती होकर इलाज करा सकेंगे। पति-पत्नी भी संग-संग इलाज करा सकेंगे। उन्हें अलग-अलग अस्पताल-वार्ड में भर्ती का झंझट नहीं रहेगा।
शहर में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। उन्नीस सौ से अधिक मरीज संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। कई का पूरा परिवार गिरफ्त में आ रहा है। छोटे बच्चों से लेकर पति-पत्नी बीमार हो रहे हैं। इन मरीजों में वायरस तो है, मगर कोई दिक्कत नहीं है। बावजूद, उन्हें अलग-अलग अस्पताल, वार्ड में भर्ती होना पड़ता है। ऐसे मरीज परिवार के सदस्यों को लेकर तनाव में रहते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने इलाज का पैटर्न बदलने का फैसला किया है। शहर के कई होटल को कोविड केयर सेंटर में तब्दील करने का फैसला किया है। होटलों ने सहमति प्रत्र देना शुरू कर दिया है। मरीज सिंगल-डबल बेड रूम बुक कर पति-पत्नी व बच्चों संग इलाज करा सकता है।
2000 से लेकर 2400 का शुल्क तय
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक न्यूनतम 50 कमरों का होटल कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। वहीं प्राथमिकता सौ बेड रूम वाले होटल्स को दिया जाएगा। इन होटल में एक बेड रूम वाले कक्ष का दो हजार व दो बेड रूम वाले कक्ष का 2400 रुपये शुल्क देना होगा। यह शुल्क होटल के चेक इन, चेक आउट के आधार पर होटल में पेड करना होगा। पूर्व में 46 होटल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था।