टाप-अस्पताल ही बांट रहा बीमारी, सिस्टम की लाचारी
- स्वच्छता पर करोड़ों खर्च के बाद भी बदहाल सूरतेहाल
- स्वच्छता पर करोड़ों खर्च के बाद भी बदहाल सूरतेहाल
- इमरजेंसी से लेकर जांच केंद्र तक जलजमाव से परेशानी
संसू, गोंडा:
²श्य एक- जिला अस्पताल के सामने से होकर पर्चा काउंटर को जाने वाले रास्ते पर गंदा पानी भरा है। यही हाल, क्षेत्रीय निदान केंद्र के सामने से होकर डायलिसिस व टीबी क्लीनिक को जाने वाले रास्ते पर भी जलजमाव का भी है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ²श्य दो- कोविड अस्पताल के समीप गंदगी की भरमार है। जल निकासी का इंतजाम न होने के कारण जलकुंभी से लोग परेशान है। यही नहीं, चिकित्सक आवास के सामने झाड़ियां लगी है। जगह-जगह कूड़ा कचरा पसरा है, ऐसे में मरीजों को दिक्कत हो रही है।
यह दो मामले, जिला अस्पताल में स्वच्छता का सच बयां करने के लिए काफी है। नियमित तौर पर सफाई न होने के कारण जगह-जगह गंदगी है, यह हाल तब है जब स्वच्छता पर हर साल भारी भरकम राशि खर्च की जा रही है। कायाकल्प अवार्ड के लिए जोर आजमाइश होने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है, ऐसे में दिक्कत हो रही है। हालांकि पहले भी कई बार स्वच्छता की स्थिति में सुधार न होने पर अधिकारी फटकार लगा चुके हैं लेकिन, हालात जस के तस है।
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नहीं चेत रहे जिम्मेदार
- मां की डायलिसिस कराने आए राम मिलन का कहना है कि रास्ते में जलभराव के बीच से आना जाना पड़ रहा है। पर्चा बनवाने के लिए आई रामरती का कहना था कि इमरजेंसी के पास गंदा पानी भरा है। ------
हो रहा प्रयास
- जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. घनश्याम सिंह का कहना है कि जल निकासी की समस्या का समाधान कराने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों को पूरे प्रकरण से अवगत कराया गया है।