सपा व भाजपा के बागियों से बसपा को उम्मीद
गोंडा पार्टी से टिकट न मिलने पर बसपा का दामन थाम सकते हैं कुछ दावेदार।
रमन मिश्र, गोंडा : डेढ़ दशक पूर्व जिले में धमक दिखाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में इस बार टिकट को लेकर दावेदारी काफी कम दिख रही है। इंटरनेट मीडिया हो या अन्य माध्यम, जिले के अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में टिकट को लेकर कोई शोर सुनाई नहीं दे रहा है। वहीं, सपा, भाजपा व कांग्रेस में टिकट को लेकर दावेदारों की लंबी फौज है। बसपा को सपा व भाजपा के बागियों से काफी उम्मीद है। यहां टिकट न मिलने पर जिले कुछ दावेदार नीला झंडा थाम सकते हैं। फिलहाल, दावेदारों की नजरें सपा व भाजपा के टिकट की सूची पर टिकी हुई हैं।
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2007 के बाद जिले में नहीं खुल बसपा का खाता
- बसपा ने वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में अपना खाता खोला था। डिकसिर सुरक्षित सीट से रमेश गौतम व गोंडा सदर सीट से मो. जलील खान विधायक चुने गए थे। वर्ष 2008 में हुए विधानसभा उप चुनाव में कर्नलगंज के कुंवरि बृज सिंह विधायक चुनी गई थीं। इसके बाद वर्ष 2012 व 2017 के चुनाव में पार्टी का खाता नहीं खुला।
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लखनऊ व दिल्ली में कैंप कर रहे दावेदार
- बसपा व कांग्रेस को छोड़कर अभी तक किसी दल ने अभी जिले में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं किया है। बसपा ने मनकापुर सुरक्षित सीट से श्याम नारायण व गोंडा सदर से मो. जकी को मैदान में उतारा है। टिकट न मिलने से नाराज पूर्व विधायक मो. जलील खान के बेटे कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। कांग्रेस ने अभी सिर्फ गोंडा सदर सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा की है। यहां से रमा कश्यप प्रत्याशी बनाई गई हैं। भाजपा व सपा ने अभी तक किसी भी सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। टिकट के लिए दावेदार लखनऊ व दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। ये दोनों दल जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह में प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकते हैं।