पुलिस ने की होती कार्रवाई तो बच जाती लक्ष्मी की जान
बीते माह से परिवार जी रहा था दहशत में घटना से ग्रामवासी है हतप्रभ
गोंडा : कर्नलगंज कोतवाली के ग्राम बुढ़वलिया निवासी हीरालाल की शादी करीब नौ वर्ष पहले लक्ष्मी देवी के साथ हुई थी। गरीबी के कारण हीरालाल कुछ दिन घर पर तो कुछ दिन बाहर रहकर मेहनत मजदूरी करता है। तीन माह पूर्व वह लुधियाना से आया था, दो माह घर पर रहने के बाद करीब एक माह पूर्व वह पुन: लुधियाना चला गया। लक्ष्मी देवी के बच्चे नहीं हैं। लक्ष्मी अपने ससुर नान्हू गौतम, सास शांतीदेवी, ननद खुशबू, देवर मोतीलाल, देवरानी संपता देवी व उनके बच्चों के साथ यहां रह रही थी। गरीबी में जीवन बिता रहे परिवार में आपसी सामंजस्य होने के कारण सभी खुश थे। मगर चाचा अंगनू के छोटे पुत्र राकेश कुमार गौतम द्वारा आए दिन तांडव करने से खुशी गम में तब्दील होने लगी। मृतका लक्ष्मी की सास शांतीदेवी ने बताया राकेश शराब पीकर आए दिन गाली देते हुए जान से मार देने की धमकी देता था। लक्ष्मी देवी जब शौच के लिये निकलती थी, तो उसका पीछा भी करने लगता था। इससे उसके साथ परिवार का कोई न कोई सदस्य अवश्य जाता था। राकेश लाठी व बांका लेकर कई बार परिवार के सदस्यों को जान से मारने की नीयत से दौड़ा चुका था। इसके संबंध में चौकी पर तहरीर भी दी गई लेकिन, पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
पहले भी पुलिस को दी थी तहरीर
-ग्राम बुढ़वलिया निवासी हीरालाल ने बीते 26 अगस्त को अपने चाचा व उनके उनके पुत्रों के विरुद्ध भंभुआ पुलिस चौकी में तहरीर दी थी। इसमें कहा गया है था कि 25 अगस्त की रात उक्त लोग विवाद करने लगे। इसमें जान से मार देने की नीयत से बांका लेकर दौड़ाने व ईंट पत्थर से वार करने का आरोप लगाया था। आरोप है कि पुलिस ने उसका संज्ञान तक नहीं लिया, उसके बाद तो सब मनबढ़ हो गए। बीते 10 अक्टूबर की रात में भी राकेश ने तांडव किया था। इससे लक्ष्मी देवी सहित उसका पूरा परिवार परेशान था। घटना से ग्रामवासी हतप्रभ है। गांव में तरह-तरह की चर्चाए हो रही है।