सामुदायिक शौचालय अधूरा, स्वयं सहायता समूह को बांट दिए पैसे
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समरपाल यादव, झंझरी (गोंडा) : सुबह के करीब दस बज रहे थे। ग्राम पंचायत भदुआ तरहर में सामुदायिक शौचालय का दरवाजा खुला हुआ था। बाहर से भवन की रंगाई-पुताई तो करा दी गई थी लेकिन, हकीकत कुछ अलग ही थी। अभी तक टाइल्स लगाई गई है और न ही अन्य कार्य। यहां शौचालय के टैंक पर ढक्कन तक नहीं था। यहां देखरेख के लिए मां वैष्णों स्वयं सहायता समूह के खाते में नौ हजार रुपये का भुगतान भी कर दिया गया। कुछ ऐसा ही ²श्य ग्राम पंचायत परेड सरकार में भी देखने को मिला। ग्रामीणों के मुताबिक बाहर से लकदक दिखने वाले शौचालय का आज तक ताला नहीं खुला। टैंक का निर्माण अधूरा है। इससे शौचालय के निर्माण पर सवाल उठ रहे हैं। हारीपुर (अब कलंदरपुर चौबे) गांव में बना सामुदायिक शौचालय भी बदहाल है। इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने की मुहिम की ये तो सिर्फ बानगी है। यहां शौचालय का उपयोग तो दूर अभी तक ये बनकर तैयार भी नहीं हो सके हैं। जबकि, सरकारी आंकड़ों में ये शौचालय बनकर तैयार हैं।
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क्या कहते हैं ग्राम प्रधान
- भदुआ तरहर के ग्राम प्रधान संतराम प्रजापति ने बताया कि निर्माण कार्य चल रहा है। जल्द ही अधूरे कार्य पूरा करा दिए जाएंगे। परेड सरकार के प्रधान अनंत प्रकाश शुक्ल बब्बू का कहना है कि शौचालय उनके कार्यकाल का नहीं है। वह इस बारे में कुछ नहीं जानते। हारीपुर के प्रधान दिनेश शुक्ल का कहना है कि यह उनके कार्यकाल का नहीं है। वह जल्द ही शौचालय को चालू कराएंगे।
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जिम्मेदार के बोल :
बिना सामुदायिक शौचालय का निर्माण पूरा कराए ही स्वयं सहायता समूह को भुगतान करना गलत है। संबंधित गांव के प्रधान व सचिव से रिपोर्ट मांगी जाएगी। यदि ऐसा हुआ है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।
- हेमचंद यादव, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी गोंडा