बाटम--एडवायजरी : प्रभावित हो रही धान की रोपाई, धान की खेती पर बढ़ा खर्च
संसू गोंडा मौसम की बेरुखी किसानों पर भारी पड़ रही है। कम बारिश होने से धान की रोपा
संसू, गोंडा : मौसम की बेरुखी किसानों पर भारी पड़ रही है। कम बारिश होने से धान की रोपाई प्रभावित हो रही है। न सिर्फ किसानों की जेब ढीली हो रही है बल्कि, महंगे रेट पर डीजल लाकर किसान धान की रोपाई करने को मजबूर हैं। यदि अच्छी बारिश नहीं हुई तो जिले में धान की रोपाई का रकबा घट सकता है। फिलहाल, कृषि वैज्ञानिक ने शनिवार से अच्छी बारिश की संभावना जताई है।
जिले में किसान खरीफ की मुख्य फसल धान की अच्छी खेती करते हैं। इसके लिए तैयारियां जून में ही शुरू हो जाती हैं। जुलाई के पहले सप्ताह से धान की रोपाई शुरू होती है। इस बार जुलाई में मौसम की बेरुखी किसानों पर भारी पड़ी है। कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश व अन्य इलाकों में सूखे से हालात बनने लगे हैं। ऐसे में धान की खेती पर अधिक खर्च बढ़ने के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है। कुछ किसान जो धान की रोपाई कर चुके हैं, अब उन्हें महंगे रेट पर डीजल लाकर खेत की सिचाई करनी पड़ रही है। शुक्रवार को शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के कुछ स्थानों पर बारिश हुई। इससे उमस बढ़ गई। लोग गर्मी से बेहाल नजर आए। किसान सियाराम का कहना है कि बारिश न होने से दिक्कतें बढ़ी हैं, यदि यही हालात रहे तो धान की खेती कम कर देंगे। शंकरलाल का कहना है कि डीजल का रेट लगातार बढ़ रहा है और बारिश भी नहीं हो रही है। ऐसे में खेती करना मुश्किल हो गया है। इनसेट
---बोले कृषि वैज्ञानिक
बारिश कम होने से धान की रोपाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इससे न सिर्फ धान की खेती पर खर्च बढ़ेगा बल्कि, उत्पादन भी कम होगा। शनिवार से अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। किसान खेत की मेड़ मजबूत कर दें।
- डा. उपेंद्रनाथ सिंह, कृषि वैज्ञानिक केवीके गोंडा