गंगोत्री के गंगाजल से हो रहा भोलेनाथ को जलाभिषेक
डाक विभाग ने शुरू की विशेष मुहिम अब तक 400 श्रद्धालुओं ने खरीदा गंगाजल सावन भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना है। इस माह जलाभिषेक व आराधना का विश
रमन मिश्र, गोंडा:
सावन भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना है। इस माह जलाभिषेक व आराधना का विशेष महत्व है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा पर पाबंदी है। इस वजह से ऋषिकेश व हरिद्वार में गंगाजल से भगवान शिव के जलाभिषेक की तैयारी कर रहे श्रद्धालुओं को झटका लगा है। ऐसे में डाक विभाग ने श्रद्धालुओं की आस्था का ध्यान रखते हुए डाकघरों से गंगाजल उपलब्ध कराने की योजना बनाई। महज तीस रुपये में ही श्रद्धालुओं को 250 मिलीलीटर का एक बोतल गंगाजल मिल रहा है।
डाक विभाग ने गोंडा-बलरामपुर के सभी डाकघरों पर गंगाजल उपलब्ध कराया है। गंगोत्री से संकलित गंगाजल की पैकिग कराकर उसे रखवाया गया है। इसके अतिरिक्त डाक विभाग ने प्रमुख शिव मंदिरों जैसे खरगूपुर स्थित पृथ्वीनाथ मंदिर, दुखहरण नाथ मंदिर, खैरा भवानी मंदिर आदि पर स्टाल भी लगा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में ही यह उपलब्ध हो सके। अब तक 400 बोतल गंगाजल की बिक्री हो चुकी है।
-----------
क्या है महत्व
- ज्योतिषाचार्य पंडित शेष मणि त्रिपाठी का कहना है कि सावन माह भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना है। मान्यता है कि गंगोत्री के गंगाजल से जलाभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इसके लिए कांवड़ यात्रा की जाती है। इस बार कोरोना संक्रमण के कारण इस पर रोक है। यही नहीं, जिले में ही पृथ्वीनाथ व बरखंडी नाथ मंदिर में जलाभिषेक पर रोक है।
-------------
ताकि न हो परेशानी
- सहायक डाक अधीक्षक किरन सिंह का कहना है कि कांवड़ यात्रा के कारण श्रद्धालुओं को जलाभिषेक में कोई परेशानी न हो, इसके लिए गंगोत्री का गंगाजल उपलब्ध कराया जा रहा है। डाकघरों पर विशेष स्टाल बनाए गए हैं। मंदिरों पर भी कैंप लगाए जा रहे हैं।