जलस्तर बढ़ने से कटान तेज, नदी में समा गए दो घर
सोमवार की रात्रि से करीब दो बजे तक रुक रुक कर हुई मूसलाधार बारिश से क्षेत्र में जल भराव की स्थित बन गई है।
गोंडा: तेजी से बढ़ रहे नदियों के जलस्तर से बाढ़ की स्थिति भयावह होती दिख रही है। बाढ़ का पानी धीरे-धीरे रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ने लगा है। इससे माझावासियों की बेचैनियां बढ़ गई हैं। उधर, जलस्तर बढ़ने से कटान भी तेज हो गई है। ऐलीपरसौली में घोड़हन पुरवा के सामने विजयपाल निषाद व केवटाही मजरे में मुटरू यादव का आवास कटान की भेंट चढ़ गया। लेखपाल ने रिपोर्ट तहसील प्रशासन को भेज दी है। बाढ़ का पानी लगातार भिखारीपुर सकरौरा तटबंध पर दबाव बनाता जा रहा है, जिससे ग्रामवासी दहशत में हैं। एसडीएम तरबगंज राजेश कुमार द्वारा दिए गए निर्देश के बाद भी नंगू यादव के घर के सामने बाढ़ कार्य खंड द्वारा पैचिग का कार्य नहीं कराया गया, जो खतरे का सबब बन सकता है। वहीं ऐलीपरसौली डीहा के पास नाले में पानी आ जाने से ऐलीपरसौली व गढ़ी ग्राम पंचायत के दो दर्जन से अधिक मजरे चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर जाने से टापू बन गए हैं।
भंभुआ: घाघरा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। एल्गिन ब्रिज पर लिए गए माप के अनुसार सुबह आठ बजे नदी का जल स्तर 106.466 रहा, जो दोपहर 12 बजे तक 106.566 मीटर हो गया। वहीं शारदा, गिरजा व सरयू बैराज से 117776 क्यूसेक पानी नदी में डिस्चार्ज हो रहा था।