किसानों को मिलेगी सुविधा, मनरेगा बुझाएगी खेतों की प्यास
किसानों के खेत में बोरिग तो है लेकिन खेत तक पानी
गोंडा : किसानों के खेत में बोरिग तो है लेकिन, खेत तक पानी पहुंचाने के लिए न तो नाली है और न ही जमीन समतल है। ऐसे में फसल का उत्पादन नहीं बढ़ रहा है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए अब उन्हें व्यक्तिगत लाभ दिया जाएगा। मनरेगा के तहत हौज, नाली निर्माण व खेत समतलीकरण का मनरेगा से कराया जाएगा। इसके लिए 228 किसानों का चयन किया गया है। पहले चरण में 9.22 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है। लघु सिचाई विभाग को निर्माण कार्य कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इनसेट
एक किसान को मिलेगा 75 हजार रुपये का लाभ
- मनरेगा के तहत दस श्रेणियों में व्यक्तिगत लाभ देने की व्यवस्था है। इसके लिए जिले में 228 किसान चयनित किए गए हैं। इसपर 1.57 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रत्येक किसान को औसतन 75 हजार रुपये का लाभ मिलेगा। इससे हौज निर्माण, नाली निर्माण व खेत समतलीकरण का कार्य कराया जाएगा। पहले चरण में प्रयोग के तौर पर 32 किसानों को लाभ दिया जाएगा। 23.05 लाख के सापेक्ष प्रथम किस्त के रूप में 9.22 लाख की स्वीकृति दी गई है। पक्की हौज, नाली निर्माण के साथ ही खेत का होगा समतलीकरण। निश्शुल्क बोरिग योजना का लाभ लेने वाले किसानों को मिलेगा लाभ।
जिम्मेदार के बोल
-लघु सिचाई विभाग ने मनरेगा के तहत निश्शुल्क बोरिग का लाभ लेने वाले किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए हौज, नाली निर्माण के साथ ही खेत के समतलीकरण का प्रस्ताव भेजा था। प्रयोग के तौर पर प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो किसानों को लाभ देने के लिए स्वीकृति दी गई है।
-हरिश्चंद्र राम प्रजापति, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार गोंडा