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पुलिस के दावे से कुछ इतर दिखी घटना स्थल की तस्वीर

क गैस सिलिडर के विस्फोट से महिला की मौत हुई है लेकिन जिस जगह भोजन बनाने की बात की जा रही है और महिला का शव पड़ा मिला उस स्थान पर तो मकान पूरी तरह से सुरक्षित है। जबकि मकान वहां गिरा है जहां मुर्गा काटने की बात कही जा रही है। खून के

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 10:30 PM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 06:05 AM (IST)
पुलिस के दावे से कुछ इतर दिखी घटना स्थल की तस्वीर
पुलिस के दावे से कुछ इतर दिखी घटना स्थल की तस्वीर

गोंडा : क्षेत्र के कड़रू सिगहा पैदामी पुरवा निवासी बरसाती के घर हुए धमाके का कारण पुलिस भले ही रसोईगैस सिलिडर बता रही लेकिन ,घटनास्थल की तस्वीर इससे कुछ जुदा नजर आई। मौके पर न तो सिलिडर के अवशेष दिखे और न ही गंभीरता से इस दिशा में छानबीन की गई। इतना ही नहीं आसपास के लोगों का कहना है कि चार घर के पुरवे में मनिहार रहते हैं जो चूड़ी के साथ ही शादियों में आतिशबाजी का काम भी करते हैं। इसकी के बगल भोंका गांव में तो यह कारोबार बड़े पैमाने पर होता है। हालांकि इसकी जड़ तक पहुंचने के लिए पुलिस द्वारा गहन छानबीन की जरूरत है। बहरहाल मुकामी पुलिस की हां में हां मिलाते हुए महकमे के हाकिम इसे आतिशबाजी के चलते विस्फोट होने की बात फिलहाल अभी स्वीकार नहीं कर रहे।

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पुलिस व पीड़ित परिवारजन के मुताबिक गैस सिलिडर के विस्फोट से महिला की मौत हुई है लेकिन, जिस जगह भोजन बनाने की बात की जा रही है और महिला का शव पड़ा मिला, उस स्थान पर तो मकान पूरी तरह से सुरक्षित है। जबकि मकान वहां गिरा है जहां मुर्गा काटने की बात कही जा रही है। खून के पास तमाम सामाग्री ऐसी बिखरी पड़ी है जो आतिशबाजी में प्रयुक्त होती है। घटनास्थल पर बारूद की दुर्गंध भी आने की बात कही जा रही है। हालांकि इस बिदु पर गहराई से छानबीन के बजाय दरकिनार क्यों किया जा रहा है? यह यक्ष प्रश्न है।

त्योहार हुआ बदरंग:-ग्यारहवीं के त्योहार में मुर्गा काटने के अलावा मीठा चावल बनाने का रिवाज है। बताया गया कि बरसाती रिश्तेदार के यहां भोज में शामिल होने गया था। पत्नी अकबरी के मीठा चावल बनाने में व्यस्त होने की बात कही जा रही है। इसी बीच इनके व पड़ोसियों के बच्चे मुर्गा काट रहे थे। इसी बीच हुए धमाके ने त्योहार की खुशियों को बदरंग कर दिया। कुदरत का खेल देखें कि पंचनामा होने तक पत्नी का मुंह भी पति नहीं देखने पहुंच पाया था। वह कहां गया था जो घंटों बाद भी वापस नहीं आ सका, यह सवाल मौके पर मौजूद लोग एक दूसरे से कर रहे थे। घर में मातम छाया होने से किसी के मुंह से कुछ शब्द नहीं निकल पा रहा था। वहीं, गंभीर रूप से घायल तरन्नुम, तबस्सुम, दानिश, सब्बा का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।

एएसपी समेत अन्य अधिकारी पहुंचे

सीओ जितेंद्र दुबे, एसडीएम ज्ञानचंद गुप्त, थाने की पुलिस टीम के साथ पहुंचे और छानबीन की। कुछ देर बाद एएसपी महेंद्र कुमार ने भी पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को पीएम के लिए भेजवाने के साथ ही घायलों का इलाज कराने का निर्देश मातहतों को दिया।


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