खून के लिए तीमारदार से पैसा लेने वाले कर्मी की सेवा समाप्त
दैनिक जागरण ने रविवार के अंक में जिला अस्पताल में
गोंडा: दैनिक जागरण ने रविवार के अंक में जिला अस्पताल में खून के कारोबार का राजफाश किया था। इसमें हड्डी वार्ड में भर्ती मरीज फूलचंद्र के तीमारदार से खून के लिए वाहन चालक द्वारा सात हजार रुपये लेने की जानकारी दी गई थी। हालांकि बाद में प्रमुख अधीक्षक डॉ. घनश्याम सिंह ने संबंधित कर्मी को तलब कर उससे सात हजार रुपये वापस कराकर मरीज को निश्शुल्क खून दिलवाया था।
रविवार को खबर का संज्ञान लेते हुए डीएम मार्कण्डेय शाही ने सीधे सीएमओ डॉ. अजय सिंह गौतम से फोन पर बात की। उनसे हरेक बिदु के बारे में जानकारी हासिल की। पूरी रिपोर्ट लेने के बाद डीएम ने बड़ा एक्शन किया है। खून दिलाने के लिए पैसा वसूलने वाले शव वाहन के चालक चंद्र प्रकाश सिंह की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। साथ ही जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में कार्यरत कर्मियों की संलिप्तता की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी को सौंपी गई है। जांच अधिकारी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है। इनसेट
लंबा है नेटवर्क
- जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में खून के कारोबार का लंबा नेटवर्क है। प्रशासनिक छापे में एक बार यहां पर ब्लड बैंक से 12 यूनिट ब्लड गायब होने का मामला पकड़ा गया था। उस वक्त मामले में आरोपित किए गए कर्मियों को दोबारा ब्लड बैंक में जिम्मेदारी दे दी गई है। इसके अतिरिक्त आए दिन बाहरी डोनर को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इनसेट
एक और कर्मी की जांच शुरू
- रिटायर्ड कर्मचारी श्याम सुंदर ने चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए जिला अस्पताल में आवेदन किया। यहां पर संबंधित कर्मचारी ने बिल पास करने के लिए दस फीसद कमीशन की मांग की। इसकी शिकायत की गई है। मामले की जांच वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. पीके मिश्र को सौंपी गई है। इनसेट
जिम्मेदार के बोल
- शासन की मंशानुरूप भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। अगर कहीं पर कोई अनियमितता करता हुआ मिलता है तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- मार्कण्डेय शाही, डीएम गोंडा