कोई भूमिहीन तो किसी के पास पक्का मकान, आवास के लिए मांग लिया अनुदान
गोंडा विभागीय जांच में 80 आवेदक मिले अपात्र रोकी गई सरकारी धनराशि।
संसू, गोंडा : कर्नलगंज के शरीफगंज मुहल्ले में रहने वाली फूलबानो ने प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत अनुदान के लिए आवेदन किया था। प्रारंभिक जांच के बाद आवास स्वीकृत कर दिया गया। प्रथम किस्त की धनराशि भेजने से पहले जब अवर अभियंता से जांच कराई गई तो उनके पास पहले से ही पक्का मकान बना था। सफीना, शमा परवीन व फिरदौस जहान ने पक्का मकान होने के बावजूद तथ्यों को छुपाकर सरकारी लाभ के लिए आवेदन कर दिया। यह तो सिर्फ बानगी है। नगर पालिका गोंडा व कर्नलगंज में जांच के दौरान 80 लोग अपात्र पाए गए हैं। अपात्रों के खाते में धनराशि भेजने पर रोक लगा दी गई है। नगर निकाय कार्यालय में अपात्रों की सूची चस्पा की गई है।
इनसेट
क्या है योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना-सबके लिए आवास (शहरी) के तहत झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले जरूरतमंदों को आवास निर्माण के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। प्रत्येक आवास के निर्माण में 3.83 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं, इनमें से 2.50 लाख रुपये जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) अनुदान के रूप में उपलब्ध कराता है। अवशेष धनराशि लाभार्थी को स्वयं खर्च करनी होती है।
437 आवास का डीपीआर स्वीकृत
- डूडा ने नगर पालिका परिषद गोंडा व कर्नलगंज में आवेदन के सापेक्ष 437 आवासों का डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) शासन को भेजी थी। शासन ने 16.73 करोड़ रुपये का डीपीआर स्वीकृत कर दिया है। लाभार्थियों को नगर विकास विभाग 10.92 करोड़ रुपये आर्थिक मदद देगा। जांच में नगर पालिका परिषद गोंडा में 73 व कर्नलगंज में सात आवेदक अपात्र पाए गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत नगर पालिका परिषद गोंडा में 73 व कर्नलगंज में सात आवेदक जांच में अपात्र पाए गए हैं। अपात्रों की सूची संबंधित नगर निकाय के कार्यालय में चस्पा कर दी गई है। यदि किसी व्यक्ति को जांच रिपोर्ट के संबंध में कोई आपत्ति है तो वह ईओ या विकास भवन स्थित मेरे कार्यालय में सात दिवस के भीतर पत्र दे सकता है।
- वीके सिंह, परियोजना अधिकारी डूडा गोंडा