अभियान-रस्म अदायगी तक सीमित रहा जागरूकता सप्ताह
18 छात्राओं के बीच करा दी गई पेंटिग प्रतियोगिता शहर में ही बेअसर रहा सड़क सुरक्षा अभियान
गोंडा : समय दोपहर एक बजे। शहर के आंबेडकर चौराहे पर एक व्यक्ति बिना हेलमेट पहने बाइक लेकर गुजर गया। उसे रोकने वाला कोई नहीं था। एलबीएस चौराहे पर भी कुछ इसी तरह का ²श्य देखने को मिला, जहां लोग मनमानी फर्राटा भर रहे थे। खास बात यह है कि यहां पुलिस के जवान तैनात थे लेकिन, रोकने की जहमत नहीं उठाई। यह हाल तब है जबकि सड़क सुरक्षा सप्ताह चल रहा है। जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह महज रस्म अदायगी बनकर रह गया।
सड़क सुरक्षा को लेकर नए कानून तो बनाए गए हैं लेकिन, सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। नया व्हीकल एक्ट बनने के बाद प्रथम सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया। इसे लेकर परिवहन विभाग की पूरी कवायद नाकाफी साबित हो रही है। अभी भी बिना हेलमेट लगाकर लोग फर्राटा भर रहे हैं, नियमों की अनदेखी की शिकायतें आम हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार सुरक्षा को लेकर बेफिक्र हैं। शहर में टेंपो-टैक्सी चालक भी मनमानी फर्राटा भरते हैं। 18 छात्राओं के बीच करा दी गई प्रतियोगिता
- परिवहन विभाग ने सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया है लेकिन, यह खानापूरी रहा। सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों विषय पर ऑनलाइन पेंटिग प्रतियोगिता कराई जानी थी, जिसमें सिर्फ 18 छात्राएं ही शामिल हुईं। तीन लाख वाहनों में कुल 85 वाहनों के प्रदूषण जांच की गई। 12 वाहन चालकों पर जुर्माना लगाया गया। 21 व्यावसायिक वाहन चालकों को ही प्रशिक्षित किया जा सका। यह सब सात दिनों में किया गया। शायद इसी का नतीजा है कि लोग नियमों की अनदेखी कर रहे। क्या कहते हैं जिम्मेदार
- कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव से बचाव करते हुए सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया गया। इससे बहुत बेहतर कार्यक्रम नहीं हो सके। प्रदूषण केंद्रों पर वाहनों की जांच के साथ ही चेकिग अभियान चलाया गया। साथ ही जागरूकता कार्यक्रम कराए गए।
- राजेश मौर्य, एआरटीओ प्रवर्तन।