अव्यवस्था की भेंट चढ़ा जन आरोग्य मेला, 29 कर्मी मिले गैरहाजिर
गोंडा अधिकांश मेले में पसरा रहा सन्नाटा अधिकारियों ने जताई नाराजगी।
संसू, गोंडा: 52 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया। कहीं पर मरीज नहीं दिखे तो कहीं पर कर्मी ही अनुपस्थित मिले। अधिकारियों के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले 29 कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं एसडीएम सदर सूरज पटेल को स्वास्थ्य सेवाओं की मानीटरिग के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है।
रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरसिंहपुर बालपुर पहुंचे डीएम मार्कण्डेय शाही ने पाया कि 31 कर्मियों के सापेक्ष मात्र 08 कर्मी ही मौजूद मिले। गैरहाजिर कर्मियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है। यहां पर इमरजेंसी दवाओं की सूची भी अपडेट नहीं की गई। इस पर चिकित्साधिकारी से जवाब तलब किया गया है। बगल में स्थित पंचायत भवन की स्थिति जर्जर देखकर नाराजगी जताई। कटरा बाजार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पूरे बहोरी में चिकित्साधिकारी डा. तौफीक अली दो दिन से बिना से किसी सूचना के अनुपस्थित मिले। माइनर ओटी में ताला लटका हुआ मिला। डीएम को फील्ड स्टाफ के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। डीएम ने पीएचसी पूरे बहोरी के सभी एएनएम सेंटर व उपकेंद्रों पर तैनात कर्मियों की लिस्ट उनकी कारगुजारी के साथ उपलब्ध कराने का निर्देश सीएमओ को दिया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकरौत में आंगनबाड़ी सुपरवाइजर कलावती, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीनाक्षी, राधा, वंदना सविता गैरहाजिर मिलीं। डीएम ने सभी अनुपिस्थत कर्मियों का मानेदय रोकने के आदेश दिए हैं। परिसर में गंदगी मिलने पर चिकित्साधिकारी डा. कोमलराज का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं।
ग्रामीणों ने शिकायत किया कि सफाईकर्मी कभी भी गांव में सफाई करने नहीं आता है। इस पर डीपीआरओ को कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान सीएमओ डा. आरएस केसरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. टीपी जायसवाल मौजूद थे।
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मरीजों का हुआ उपचार
- पंडरीकृपाल के विशुनपुर बैरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों का उपचार किया गया। अधीक्षक डा. पूजा जायसवाल ने बताया कि बीमारियों के बारे में काउंसिलिग की गई।