साथियों संग मिलकर विपक्षियों को फंसाने की रची थी साजिश
षड्यंत्र में शामिल छह आरोपित गिरफ्तार। उमरीबेगमगंज के अकौनी गांव का मामला।
गोंडा : रैकवारपुरवा अकौनी गांव में 11 मई को युवक को गोली मारने की घटना का पुलिस ने राजफाश किया है। दरअसल, जिस युवक ने गोली लगने की शिकायत की थी, वह झूठी निकली। पुलिस की छानबीन में पाया गया कि उसने अपने विपक्षियों को फंसाने के लिए साथियों संग यह साजिश रची थी। साजिश में शामिल छह आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि रैकवारपुरवा अकौनी गांव निवासी शिवकुमार पासवान ने 11 मई को थाने पर सूचना दी कि रात में वह घर पर सो रहा था। लघुशंका के लिए उठा तो गांव के ही कुछ लोगों ने उसको गोली मार दी, जिसमें वह घायल हो गया। एसपी ने प्रकरण की जांच के आदेश दिए थे। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज के निर्देशन में पुलिस टीमें लगाई गईं।
एसपी ने बताया कि जांच में पाया गया कि वर्ष 2019 में शिवकुमार को दुष्कर्म के आरोप में जेल भेजा गया था। इस मुकदमे की पैरवी गांव के ही अशोक मिश्र व प्रदीप तिवारी कर रहे थे। गांव के ही ननकू पासवान से तालाब के पट्टा भूमि का विवाद भी चल रहा था। इसी क्रम में कोटेदार प्रकाश सिंह के घर में साजिश रची गई।
एसपी ने बताया कि साजिश के तहत दयाराम ने शिवकुमार को चाकू मारकर घायल किया और घटनास्थल पर ही फायर भी किया। इसी क्रम में शिवकुमार ने थाने पर झूठी सूचना दी। एसपी ने बताया कि इस साजिश में शामिल अकौनी गांव के ही प्रकाश सिंह, छोटकू उर्फ शैलेंद्र सिंह, मंगनू पंडित उर्फ पवन मिश्र, प्रदीप मिश्र, दयाराम व शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों के कब्जे से तमंचा व चाकू भी बरामद हुआ है। थानाध्यक्ष करुणाकर पांडेय, उनकी टीम, स्वाट प्रभारी व सर्विलांस टीम को राजफाश करने के लिए एसपी ने 25 हजार रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।