65 जोड़ों ने लिए सात फेरे, 10 का हुआ निकाह
समाज कल्याण विभाग की देखरेख में हुआ आयोजित कार्यक्रम बेटियों को दिए गए उपहार
गोंडा : तीन वर्षों में समाज कल्याण विभाग ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत प्रदेश में तीन लाख से अधिक बेटियों की शादी कराई है। किसी भी बेटी का विवाह पैसे के अभाव में नहीं रुकेगा। यह बात प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने ग्राम पंचायत अशरफपुर में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।
आयोजित कार्यक्रम में 75 जोड़ों का सामूहिक विवाह कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए कराया गया। उन्होंने नवदंपतियों को आशीर्वाद व शुभकामनाएं दी। विधायक गौरा प्रभात वर्मा ने कहा कि गरीब और पिछड़े वर्ग को ऊपर उठाने के लिए सरकार विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं लागू कर रही है। गरीबों की बेटियों का विवाह धूमधाम से संपन्न कराया जा रहा है। उन्होंने अपील किया कि इस योजना का लाभ ज्यादा से ज्यादा गरीब परिवारों को मिले। वृहद स्तर पर पंजीकरण कराएं। मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि सामूहिक विवाह योजना के तहत 75 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया है। इसमें 10 मुस्लिम बेटियां व 65 हिदू बेटियां शामिल हैं। सरकार 35 हजार रुपये आर्थिक सहायता के अतिरिक्त पायल, बिछुआ, टंकी, कई तरह के बर्तन, साड़ी, दूल्हे के लिए पगड़ी व दुल्हन के लिए चुनरी सहित डिनर सेट प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना वर्तमान में सामाजिक समरसता का कार्य कर रही है। इस योजना से हर जाति, धर्म व संप्रदाय के लोगों को लाभ मिल रहा है। एक ही मंडप में विभिन्न धर्मों के मानने वाले लोगों की बेटियों की शादियां उनके रीति रिवाज से कराई जा रही है। समारोह में जिला उपाध्यक्ष अनिल पासवान, बाबूलाल शास्त्री, जनार्दन तिवारी, वेद प्रकाश दुबे, पूर्व प्रमुख यूपी सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी मोतीलाल, तहसीलदार मिश्री सिंह चौहान, प्रधान अशरफपुर मोतीलाल यादव, राजेंद्र सिंह, अरुणेंद्र सिंह शामिल रहे।