एमबी हुई नहीं और कर दिया 4.64 लाख रुपये का भुगतान
तरबगंज के होल्लापुर में सामुदायिक शौचालय का छज्जा गिरने का मामला
गोंडा : सामुदायिक शौचालय के निर्माण में न सिर्फ घटिया सामग्री का उपयोग किया गया बल्कि, भुगतान भी नियमों की अनदेखी करके किया गया। बिना कार्य की एमबी मेजरमेंटबुक में मूल्यांकन कराए ही 4.64 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। ये राजफाश मामले की पड़ताल में हुआ है। एडीओ पंचायत व जेई लघु सिचाई ने कार्यस्थल का निरीक्षण कर मामले की जानकारी ली।
मामला विकासखंड तरबगंज की ग्राम पंचायत होल्लापुर का है। यहां बन रहे सामुदायिक शौचालय का सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह दस बजे वर्चुअल शिलान्यास किया था। ग्रामीणों के मुताबिक दोपहर करीब तीन बजे अचानक शौचालय का छज्जा ढह गया। कुछ देर बाद ही फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसको लेकर दैनिक जागरण ने इधर शिलान्यास उधर ढहा शौचालय का छज्जा शीर्षक से समाचार का प्रकाशन प्रमुखता से किया था। विभागीय सूत्र के अनुसार यहां चार यूनिट सामुदायिक शौचालय निर्माण के लिए 6.37 लाख रुपये की स्वीकृति हुई थी। तथ्यों को छुपाकर बिना एमबी कराए ही दो किस्तों में 4.64 लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया गया। ये भुगतान एक निजी फर्म को सामग्री आपूर्ति के लिए किया गया है। मंगलवार को एडीओ पंचायत दामोदर शुक्ल व अवर अभियंता लघु सिचाई गोपाल ने गांव का निरीक्षण कर निर्माण कार्य का जायजा लिया। फिलहाल, कार्य रोक दिया गया है।
सपा ने उठाए सवाल
- समाजवादी पार्टी ने गोंडा में मुख्यमंत्री के वर्चुअल उद्घाटन के बाद छज्जा गिरने के मामले को लेकर ट्वीट किया है। मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर टिप्पणी की गई है।
श्रीनगर के मामले में खामोश अफसर
- इटियाथोक ब्लॉक की ग्राम पंचायत श्रीनगर में बीते शनिवार को सामुदायिक शौचालय की छत गिर गई थी। यहां छह यूनिट का शौचालय एक माननीय के स्कूल में नियमों की अनदेखी करके बनाया जा रहा था। मामला संज्ञान में आने के बाद भी अफसर खामोश हैं।