अभियान में खोजे गए 236 टीबी मरीज, 186 का इलाज शुरू
450 कर्मियों की 150 टीम गई बनाई
गोंडा : राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए गए क्षय रोगी खोजी अभियान में 236 टीबी के नए मरीज मिले हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. मलिक आलमगीर ने बताया कि क्षय रोगी खोजी अभियान दस दिनों तक चलाया गया। 450 कर्मचारियों की 150 टीमें लगाई गई थीं। अभियान के दौरान मलिन बस्ती, उच्च जोखिम क्षेत्र, दूरदराज इलाकों और ईंट-भट्ठों के आसपास रहने वाले परिवारों पर विशेष फोकस रहा। उन्होंने बताया कि सभी 16 ब्लॉकों के 2703 लोगों के बलगम का नमूना लिया गया। इसमें से 236 टीबी रोगी पाए गए। इनमें से 186 मरीजों का इलाज शुरू किया गया है। इन्हें 500 रुपये प्रतिमाह भी दिलाया जाएगा। चेस्ट फिजिशियन एवं अपर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एके उपाध्याय के अनुसार परिवार के टीबी रोगी का इलाज शीघ्र कराएं, खांसते समय मुंह पर कपड़ा रखें, बंद बर्तन में थूकें, उसे जला दें या जमीन में दबा दें।
टीबी रोग के लक्षण-
14 दिनों से ज्यादा बुखार व खांसी, सीने में दर्द रहना, खांसी के साथ मुंह से खून आना, भूख कम लगना, वजन का घटना, बच्चों में वजन का न बढ़ना, रात में पसीना आना।
8548 मरीज हुए स्वस्थ
-क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक विवेक सरन ने बताया कि जनवरी 2019 से 31 दिसंबर 2019 तक मिले सभी 6314 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इसके अलावा पहली जनवरी 2020 से 2 नवंबर 2020 तक टीबी के कुल 3948 मरीज पंजीकृत किए गए। इनमें से भी अब तक 2234 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं। वर्तमान में 1714 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है।