11 करोड़ खर्च, आज भी शुद्ध पानी को तरस रहे ग्रामीण
सोनौली मोहम्मदपुर ग्राम पंचायत की 14000 आबादी का शुद्ध पानी का सपना चकनाचूर हो गया।
गोंडा : सोनौली मोहम्मदपुर ग्राम पंचायत की 14000 आबादी का शुद्ध पानी का सपना चकनाचूर हो गया। लगभग 11 करोड़ रुपये खर्च हो गए और ग्राम वासियों को एक बूंद पानी नसीब नहीं हो सका। ग्राम प्रधान ने लो वोल्टेज की समस्या बताई तो ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगाया है।
करीब छह साल पहले सोनौली मोहम्मदपुर ग्राम पंचायत में लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 800 किलो लीटर क्षमता की पानी टंकी स्थापित की गई लेकिन, दुर्भाग्यवश ट्रायल के बाद कभी भी उसका संचालन एक सप्ताह तक अनवरत नहीं हो पाया। शिकायत के बाद पिछले साल एक दिन सप्लाई शुरू हुई थी लेकिन, दूसरे ही दिन बिजली सप्लाई ध्वस्त हो जाने से फिर से बंद हो गई। आज तक खामियों को दुरुस्त नहीं कराया जा सका। ग्रामीणों ने बताया कि ट्रायल के दौरान कई स्थानों पर लीकेज देखने को मिला।
क्या कहते हैं ग्रामीण
-क्षेत्र पंचायत सदस्य अनुराग सिंह कहते हैं कि जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है। पिछले वर्ष एक दिन सप्लाई मिली थी और फिर बंद हो गई। रवि सिंह ने बताया कि शुरुआत से ही पानी की सप्लाई ठीक ढंग से नहीं हो पाई। कभी यहां लीकेज तो कभी वहां लीकेज का बहाना बनाया गया। दो साल से सप्लाई पूरी तरह से ठप है। विकास कहते हैं कि शिकायत के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। शिवदीप ने बताया कि लगभग 6 वर्ष हो गए और पानी नहीं मिला। दोषी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
जिम्मेदार के बोल
- जेई अजीत सिंह ने बताया कि तीन मोटर स्थापित किए गए थे। इसमें एक का ट्रांसफार्मर खराब है और दूसरा लो वोल्टेज की समस्या का शिकार है। एक ही मोटर चल पा रहा है। इससे पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
- लो वोल्टेज की समस्या संचालन में आड़े आ रही है। विभागीय अधिकारियों को सूचित किया गया है। जल्द ही पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। बिजली सही कराने के लिए अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
आकांक्षा सिंह, निवर्तमान प्रधान सोनौली मोहम्मदपुर