सत्य के रास्ते पर चलने से दूर होंगे कष्ट
जासं मलसा (गाजीपुर) क्षेत्र के रघुनाथपुर में मानव धर्म प्रसार प्रवर्तन समाज सेवी संस्था के तैतीसवें वार्षिक सम्मेलन के समापन शुक्रवार को संत दयाराम दास ने कहा कि मनुष्य को जीवन परोपकार और सेवा के लिए मिला है।जो लोग प्रयत्नशील हैं वहीं सच्चे अर्थों में मानव हैं और मानव कहलाने के योग्य हैं। संत राघवाचार्य राहुल महाराज ने कहा कि जीवन में अगर सत्य नहीं आएगा तो धर्म का पालन नहीं हो सकता है।
जासं, मलसा (गाजीपुर) : क्षेत्र के रघुनाथपुर में मानव धर्म प्रसार प्रवर्तन समाज सेवी संस्था के तैतीसवें वार्षिक सम्मेलन के समापन शुक्रवार को संत दयाराम दास ने कहा कि मनुष्य को जीवन परोपकार और सेवा के लिए मिला है।जो लोग प्रयत्नशील हैं वहीं सच्चे अर्थों में मानव हैं और मानव कहलाने के योग्य हैं। संत राघवाचार्य राहुल महाराज ने कहा कि जीवन में अगर सत्य नहीं आएगा तो धर्म का पालन नहीं हो सकता है। सत्यवान के ही हृदय में भगवान वास करते हैं। जीवन में सत्य ही मूल है। इसको हटा देने से जीव को सफलता नहीं मिलती है। कथा में राधेश्याम चौबे, शिवजी महाराज, जयप्रकाश, बुच्चा यादव, चंद्रेश महाराज, अमीन साहब, परमहंस ने विचार व्यक्त किए। संत शिरोमणि गंगाराम दास के सत्य, न्याय और धर्म के मिशन को आगे बढ़ाने पर बल दिया। रात में आदर्श रामलीला समिति की तरफ से रामलीला का मंचन किया गया। श्रद्धालुओं ने भंडारा में प्रसाद ग्रहण किया। संचालन सुखपाल ने किया।