नाला नालियों की सफाई नहीं, सड़कों पर होगा जलजमाव
नगर पंचायत में नाला व नाली की सफाई व्यवस्था को देख यह
जागरण संवाददाता, दिलदारनगर (गाजीपुर) : नगर पंचायत में नाला व नाली की सफाई व्यवस्था को देख यह तय है कि इस साल भी बरसात में नगर के कई मोहल्ले डूबेंगे। कारण हल्की बारिश में नगर के मुख्य मार्ग सहित कई मोहल्ले पानी से भर जाते हैं। सफाई के प्रति नगर पंचायत की उदासीनता इसका मुख्य कारण है। नालियों की सफाई में कोरम पूरा किया जा रहा है। शासन की तरफ से 15 जून तक हर हाल में नालों की सफाई कराने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी नगर पंचायत की सुस्त चाल ने सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है।
नगर पंचायत के 11 वार्डों में नाले-नालियां बरसात का सामना करने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। बारिश होते ही नगर के प्रमुख मार्गों व मोहल्लों में जलजमाव हो जाता है। इससे नगर पंचायत द्वारा कई चरणों में चलाए गए सफाई अभियान का दावा बरसात में हवा हवाई हो जाता है। बजबजाती नालियां व गंदगी नगर पंचायत की पहचान बन गई हैं, जबकि साफ-सफाई के लिए पर्याप्त संसाधन भी मुहैया कराए गए हैं। बावजूद इसके सड़कों पर बह रहे नाले से लोग परेशान हैं। नगर के कुछ वार्डों
को छोड़कर नाले नालियों की साफ सफाई व्यवस्था को लेकर मुहल्ले के लोग संतुष्ट नहीं हैं। वही वार्डों में नियमित सफाई न किए जाने तथा नाले नालियों से महज सतही सफाई किया जाना भी एक मुख्य कारण है जिससे नाले व नालियां चोक हो चुकी हैं।
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ब्रिगेडियर नगर, जमा मस्जिद रोड, रामलीला मैदान रोड, सरैला रोड में अभी तक सफाई हुई है। हालांकि यहां भी सफाई के नाम पर केवल खानापूर्ति ही हुई है। हल्की बारिश होने पर यहां भी सड़कों पर जलजमाव हो जाता है।
डूबेंगे ये मोहल्ले
स्टेशन रोड, मुख्य बाजार शिव मंदिर रोड, बैंक आफ बड़ौदा रोड, प्राथमिक विद्यालय रोड, श्रीवास्तव मोहल्ला, टीचर मोहल्ला, जमा मस्जिद गली, यूनियन बैंक के सामने वाली गली इस बरसात में डूबेंगे। बारिश में नगरवासी भी इस समस्या परेशान हो जाते हैं।
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बोले नगरवासी ... फोटो-2सी
- नगर में नियमित साफ-सफाई के नाम पर कर्मचारी केवल कोरम पूरा करते हैं। नाला व नाली जाम होने से गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर गिरता है। बरसात के मौसम में तो स्थिति और भयावह हो जाती है। नगर पंचायत द्वारा साफ-सफाई के नाम पर लाखों खर्च करने के बाद यह स्थिति है।
-विष्णु कुमार वीरू, दिलदारनगर।
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- पालीथिन व कूड़ा कचरा भर जाने के कारण जगह-जगह नाला नाली चोक लिए हैं। सफाई कर्मी केवल ऊपरी सतह को साफ कर चले जाते हैं, जबकि शिल्ट नीचे उसी तरह जमा रहता है।
- नीरज गुप्ता, दिलदारनगर बाजार।
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फोटो- 4सी
- नगर पंचायत की ओर से नगर की जलनिकासी व्यवस्था के लिए करोड़ों खर्च कर बनाया गया नाला व नाली साफ-सफाई के कारण निरर्थक साबित हो रहा है। ओवर फ्लो होने के कारण गंदा पानी सड़कों पर बहता है। अगर नगर की सफाई व्यवस्था पटरी पर लौट जाय तो काफी हद तक जलनिकासी की समस्या का भी समाधान होगा।
- सतेंद्र कुमार उपाध्याय दिलदारनगर बाजार
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फोटो- 5सी
कहने को तो दिलदारनगर नगर पंचायत है, लेकिन यहां साफ-सफाई की व्यवस्था भगवान भरोसे है। सफाई के अभाव में नाला व नाली चोक लिए हुए है। यह समस्या किसी एक वार्ड की नहीं पूरे नगर की है। नियमित सफाई होने से घरों से निकलने वाला गंदा पानी कहीं रुकेगा नहीं और जलजमाव की समस्या का काफी हद तक समाधान होगा।
- बब्बन गुप्ता, दिलदारनगर बाजार
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वर्जन.
नगर पंचायत के 11 वार्डों में नाला व नालियों की सफाई के लिए शासन से अलग से कोई बजट नहीं आता है। नगर में फैली नालियों की सफाई नगर पंचायत के कर्मचारी ही करते हैं।
- मनोज पांडेय, अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत दिलदारनगर।
---------- नगर पंचायत की ओर से बरसात से पहले नालियों की सफाई के लिए सफाई कर्मियों को लगाया गया है। बरसात से पूर्व नगर के 11 वार्डों में सफाई का कार्य जोरों पर किया गया है।
- अविनाश जायसवाल, चेयरमैन, दिलदारनगर नगर पंचायत।
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नगर में नालियों की स्थिति
- सफाई के लिए कुल राशि 3 लाख।
- 8 किमी नाली का क्षेत्रफल।
- 4 किमी नालियों की सफाई ।
- 4 किमी नालियों की सफाई बाकी।
- नगर पंचायत आबादी - 20 हजार
- वार्ड - 11