उपेक्षा का शिकार पश्चिम नहर बाईपास मार्ग
गहमर (गाजीपुर) : सरकार जहां प्रत्येक गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए अनेक प्रकार क
गहमर (गाजीपुर) : सरकार जहां प्रत्येक गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं चला रही है वहीं थाना क्षेत्र स्थित टीबी रोड से पश्चिमी नहर बाईपास के जर्जर मार्ग की सुध लेने वाला कोई नहीं है। सड़क की जर्जरता का हाल यह है कि इस मार्ग पर चलने वाले वाहनों के यात्री गंतव्य को पहुंचने तक भगवान का नाम जपते रहते हैं। सड़क पर दो वर्ष पूर्व गिट्टी व मोरम बिछाकर छोड़ दिया गया था पर अब जगह-जगह गिट्टियां उखड़ जाने से इतने अधिक गड्ढे उभर आए हैं कि यहां कब कौन सा हादसा हो जाएगा, लोग इसे लेकर सशंकित रहते हैं। सड़क की बदहाली के चलते इस मार्ग पर वाहन चलना लगभग बंद हो गये हैं। विगत दिनों हुई बारिश के चलते सड़क पर उभरे गड्ढों में जल जमाव होने से यह जानलेवा बना हुआ है। गड्ढों में पानी भरने से वाहन दुर्घटना का भय बना रहता है। यह सड़क गहमर पश्चिमी कैनाल, मरकड़ा, ढढि़याहर बस्ती, हथौरी-करहिया की बाइपास सड़क है। जो कि गहमर एवं करहिया-बकैनिया सहित भदौरा, सेवराई तहसील को जोड़ता है। इस नहर मार्ग के सड़क से आधा दर्जन गांव के लोग जुडे़ हैं। सड़क की बदहाली के चलते राहगीरों का आवागमन कम हो गया है। ग्रामीण पूर्व प्रधान व वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली कुशवाहा, बाल्मिकी ¨सह, समाजसेवी सुधीर ¨सह, गौरी चौरसिया, प्रेम चौरसिया, संजय गुप्ता तथा करहिया गांव के अशोक ¨सह, ओमप्रकाश ¨सह, शैलेन्द्र ¨सह, रामप्रवेश ¨सह ने बताया कि जर्जर सड़क की मरम्मत के लिए कई बार विभागीय अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई लेकिन, किसी ने कोई संज्ञान नहीं लिया। अगर इस सड़क की शीघ्र मरम्मत नहीं कराई गई तो बरसात के दिनों में आवागमन पूरी तरह ठप हो जाएगा, इससे हजारों लोग तहसील मुख्यालय से कट जाएंगे। पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड एक के अधिशासी अभियंता रमेशचंद्र ने बताया कि यह मार्ग पूर्वांचल निधि से लगभग एक करोड़ 40 लाख स्वीकृति था जिसका 20 फीसद धन अवमुक्त हुआ था। इसका कार्य कराया गया है आगे इस मार्ग पर पैसा आयेगा तो कार्य कराया जाएगा।