जर्जर हो गई इंटर टापर के गांव की सड़क
वर्ष 2019 इंटर टापर अनन्या राय के गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : वर्ष 2019 इंटर टापर अनन्या राय के गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क जर्जर हो गई है। इस पर चलना मुश्किल हो गया है। सरकार द्वारा शिक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को 16 अगस्त से खोल दिया गया है लेकिन स्कूल जाने को लेकर सियाड़ी के बच्चों के आगे संकट गहरा गया है। दो किमी लंबा सियाड़ी संपर्क मार्ग जो कोटवा-लट्ठूडीह गाजीपुर जिला मुख्यालय मार्ग को जोड़ता है, पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुका है। इस सड़क का मरम्मत का कार्य 2017 में हुआ था, लेकिन कुछ ही माह बाद यह टूट कर गड्ढों में तब्दील हो गया। इस सड़क पर बनी पुलिया भी पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है, जिससे आवागमन पूरी तरह से प्रभावित है।
लोक निर्माण विभाग खंड तृतीय से ग्रामीण कई बार इस सड़क को बनाने को लेकर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन तीन वर्षों से खराब पड़ी सड़क को बनाया नहीं जा सका है। इससे ग्रामीणों और राहगीरों में लोक निर्माण विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ काफी आक्रोश व्याप्त है। अब बच्चें स्कूल अपने कैसे जाएंगे इस गड्ढे और कीचड़ भरे रास्ते से। इस पर प्रश्न चिह्न बना हुआ। सियाड़ी ग्राम से लगभग 500-600 छोटे बड़े बच्चे रोज बगल के गांवों में स्थित प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में पढ़ने के लिए साइकिल और पैदल जाते हैं। जब ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग खंड तृतीय कार्यालय से संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि जेई साहब छुट्टी पर हैं। उनका मोबाइल बंद है। सहायक अभियंता अखिलेश यादव से जब इस बाबत ग्रामीणों ने संपर्क किया तो वह रास्ते को ठीक करने को लेकर असमर्थता जताए और फोन करने पर बाद में फोन ही उठाना बंद कर दिए। ग्रामीण धनंजय राय, विपिन राय, मैकू बाबा, विनोद राम, राम सजीवन राम आदि ग्रामीणों ने मांग किया है कि यदि शीघ्र इस रास्ते को बच्चों के हितों को देखते हुए ठीक नहीं किया गया तो धरना-प्रदर्शन किया जाएगा और शासन को इस संबंध में जिलाधिकारी को लोक निर्माण विभाग की करतूतों के खिलाफ पत्रक दिया जाएगा। डीएम ने कराई थीं जांच
: इस सड़क की 2018 में 16 लाख खर्च कर मरम्मत की गई थी, जिसके कुछ दिन बाद ही उखड़ गई थी। तत्कालीन जिलाधिकारी के. बालाजी ने इसकी जांच भी कराई थी, जिसमें पाया गया कि रोड मानक के अनुसार नहीं बना है। रिपोर्ट में पुन: निर्माण के लिए कहा गया, लेकिन कुछ ही दिन बाद डीएम का स्थानांतरण हो गया, जिससे आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।