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जनता भी समझने में लगी है प्रत्याशियों की सोच

जासं गाजीपुर लोकसभा चुनाव को लेकर क्षेत्र में चुनावी चर्चा जोर पकड़ने लगी है। जनता राजनेताओं से हिसाब मांगने के मूड में है। नेता ही नहीं जनता भी इस बार विकास को लेकर प्रत्याशियों की सोच को जानने का प्रयास कर रही है। सेवराई तहसील के बारा क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा दस वर्षों से जर्जर मगरखाई मोड़ से फुटबाल मैदान तक जाने वाली सड़क ने लोगों को उद्धेलित कर रखा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 01 May 2019 10:12 PM (IST)Updated: Thu, 02 May 2019 06:23 AM (IST)
जनता भी समझने में लगी है प्रत्याशियों की सोच
जनता भी समझने में लगी है प्रत्याशियों की सोच

जासं, गाजीपुर : लोकसभा चुनाव को लेकर क्षेत्र में चुनावी चर्चा जोर पकड़ने लगी है। जनता राजनेताओं से हिसाब मांगने के मूड में है। नेता ही नहीं जनता भी इस बार विकास को लेकर प्रत्याशियों की सोच को जानने का प्रयास कर रही है। सेवराई तहसील के बारा क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा दस वर्षों से जर्जर मगरखाई मोड़ से फुटबाल मैदान तक जाने वाली सड़क ने लोगों को उद्धेलित कर रखा है। सांसद हो या विधायक या फिर अन्य जनप्रतिनिधि, उन्होंने लोगों की इस समस्याओं पर गंभीर होकर समस्याओं के निदान के प्रति सार्थक कदम नहीं उठाए, जिससे मगरखाई चारमुहानी से फुटबाल मैदान तक जाने वाली सड़क एक दशक से बदहाल होकर परेशानी की सबब बन गई है। ताड़ीघाट-बारा मार्ग को जोड़ने वाली यह महत्वपूर्ण सड़क विगत दस वर्षों से जर्जर व क्षतिग्रस्त होकर दुर्घटनाओं की पर्याय बनी हुई है। लोकसभा चुनाव में जर्जर व जानलेवा सड़क चुनावी मुद्दा बनेगी। साथ ही जनप्रतिनिधियों से इस सड़क के संबंध में जनता भी हिसाब मांगने को तैयार बैठी है। सरकार की उदासीनता व जनप्रतिनिधियों के लापरवाही के कारण डेढ़ किमी लंबी यह सड़क जानलेवा बन गई है। वजूद खोती इस महत्वपूर्ण सड़क का निर्माण एवं जल निकासी के लिए सड़क किनारे नाला की व्यवस्था कराए जाने को लेकर यहां के लोग विगत दस वर्षों से मांग कर रहे हैं, लेकिन राजनेताओं के झूठे वादे व आश्वासन के कारण यह सड़क बदहाल है। जीर्णोद्धार की बाट जोह रही इस महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण कराए जाने के दिशा में सार्थक कदम नहीं उठाए जाने से यहां के लोगों में रोष व्याप्त है। सड़क पर बने गड्ढे व ईंट, रोड़ा, पत्थर बिखरे रहने के कारण यातायात में सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। बारा गांव निवासी संतोष कुमार व जितेंद्र वर्मा ने कहा कि चुनाव के समय सिर्फ आश्वासन देने के लिए नेता पहुंच जाते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद समस्याओं के प्रति गंभीरता नहीं दिखा पाते हैं। मनोज कुमार, प्रयाग चौधरी ने कहा कि दस वर्षों से सड़क की हालत बद से बदतर है, फिर भी सरकार, प्रशासन व सांसद, विधायक के द्वारा इसकी सुध नहीं ली गई। ओमप्रकाश प्रजापति, विजय कुशवाहा, जनार्दन कुशवाहा ने कहा कि इस बार के चुनाव में राजनेताओं से इस बदहाल सड़क के संबंध में हिसाब तलब करेंगे। साथ ही झूठे वादे व आश्वासन देकर जनता को ठगने वाले को सबक सिखाएंगे।

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