ईसाई मिशनरियों के एजेंटों का फैला हुआ है संजाल
सभा के संचालक त्रिभुवन प्रसाद ने आरोप लगाया कि सोमवार की रात में मेरे घर पर पथराव किया गया। आशंका जताया कि एक दिन पहले आए ¨हदू युवा वाहिनी के आए लोगों का हाथ हो सकता है। आरोप मढ़ा कि हमें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। कहा कि यह मेरे आस्था का सवाल है। मैं होली, दिवाली, दशहरा नहीं मनाता। थानाध्यक्ष जय
जासं, बहरियाबाद (गाजीपुर) : खानपुर के बाद सोमवार को बहरियाबाद थाना क्षेत्र के फौलादपुर हरिजन बस्ती में ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण की सूचना से पुलिस-प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। हालांकि पूरे क्षेत्र में ईसाई प्रचारकों के एजेंटों का जाल सा बिछा हुआ है। यह खेल काफी दिनों से चल रहा है।
दो वर्ष पूर्व इब्राहिमपुर के ग्राम प्रधान अंकुर ¨सह मौजा भभौरा में आयोजित प्रार्थना सभा में पहुंचे और संचालक रामू राम को समझाया था। उन्होंने दीवारों पर बने निशान को मिटवाया भी था। कुछ दिनों बाद पुन: प्रार्थना का आयोजन शुरू हो गया। ग्राम प्रधान अंकुर ¨सह ने बताया कि प्रार्थना सभा में गांव का कोई शामिल नहीं होता पर न जाने कहां से लगभग 100 की संख्या में स्त्री-पुरुषों भीड़ एकत्र हो जाती है। ज्यादातर अनुसूचित जाति के लोग ही दिखाई देते हैं। भूत, रोग, गरीबी इत्यादि से मुक्ति के नाम पर प्रचारकों के एजेंट द्वारा लोगों को एकत्र किया जाता है। यही हाल डिहवां व टाड़ा Xह्नह्वश्रह्ल;ईसा प्रार्थनाXह्नह्वश्रह्ल; का भी बताया जाता है। गौरतलब है कि फौलादपुर मामले में मौके पर पहुंची पुलिस ने न सिर्फ पूछताछ की बल्कि संचालक त्रिभुवन प्रसाद को सख्त हिदायत दी कि अगर इस तरह का आयोजन बगैर अनुमति लिए हुआ तो कड़ी कार्रवाई होगी। ¨हदू युवा वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष राजेश ¨सह बबलू ने बताया कि ईसाई मिशनरियों के छद्म लोग धर्मांतरण के लिए ऐसा आयोजन कर रहे हैं। क्षेत्र में होने वाले Xह्नह्वश्रह्ल;प्रार्थना एवं छुटकारे की सेवकाई स्थल पर ¨हदू युवा वाहिनी की टीम पहुंचकर पड़ताल करेगी और पुलिस को सूचना देकर इस तरह अवैध ढंग से संचालित प्रार्थना सभा को एफआइआर दर्ज कराकर बंद कराया जाएगा। जरूरत पड़ने पर सड़क पर उतरने की भी चेतावनी दी। ---
पथराव का आरोप, पुलिस ने नकारा
फौलादपुर ईसा प्रार्थना सभा के संचालक त्रिभुवन प्रसाद ने आरोप लगाया कि सोमवार की रात में मेरे घर पर पथराव किया गया। आशंका जताया कि एक दिन पहले आए ¨हदू युवा वाहिनी के आए लोगों का हाथ हो सकता है। आरोप मढ़ा कि हमें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। कहा कि यह मेरे आस्था का सवाल है। मैं होली, दिवाली, दशहरा नहीं मनाता। थानाध्यक्ष जयचंद भारती का कहना है कि त्रिभुवन प्रसाद को थाने पर बुलाया गया था। उसका आरोप निराधार है। उसे सख्त हिदायत दी गई है कि बगैर अनुमति के प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं होगा। ऐसा किया गया तो वैधानिक कार्रवाई होगी। वह अभी तक कोई कागजात उपलब्ध नहीं करा सका है।