तमसो मा ज्योतिर्गमय की उद्घोषणा करती है नई शिक्षा नीति
जागरण संवाददाता गाजीपुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय मलिकपुरा द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 का महत्
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : स्नातकोत्तर महाविद्यालय मलिकपुरा द्वारा 'नई शिक्षा नीति 2020 का महत्त्व' विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न प्रांतों से 768 लोगों ने अपना पंजीयन किया। वेबिनार के संयोजक भूगोल विभाग के सहायक आचार्य अभिषेक कुमार ने वेबिनार के उद्देश्य के बारे में बताया तथा संचालन के दायित्व का निर्वहन किया। आयोजन के सचिव हिदी विभाग के सहायक आचार्य डा. सर्वेश पांडेय ने विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि हमें ऐसी शिक्षा की जरूरत है जो सही मायने में विश्व नागरिक बनने में हमारी मदद करे। वेबिनार का बीज वक्तव्य लाल बहादुर पीजी कॉलेज मुगलसराय, चंदौली के शिक्षाशास्त्र विभाग के बृजेश मिश्रा ने नई शिक्षा नीति के मसौदा बनने से लेकर नीति बनने तक सारी प्रक्रिया को विस्तार से बताया तथा इसके क्रियान्वयन को लेकर उत्साह दिखाया। विशिष्ट वक्ता दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग के डा. तरुण कुमार त्यागी ने कहा कि उच्च शिक्षा में स्ट्रीम से हटकर विषय चयन की छूट तथा शोध के साथ डिग्री एक अच्छी पहल है। विशिष्ट वक्ता हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय की डा. प्रीति सिंह ने कहा की नई शिक्षा नीति में स्त्री पक्ष पर विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्य वक्ता गांधी महाविद्यालय, सीतापुर के हिन्दी विभाग के गोपाल सिंह ने कहा की नई शिक्षा नीति हमारी संस्कृति के उज्ज्वल पक्षों को लेकर चलती है। एचआरडीएम को शिक्षा मंत्रालय नाम देना इसी का एक उदाहरण है। मुख्य वक्ता जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, बक्सर के व्याख्याता नवनीत कुमार सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति में व्यावसायिक शिक्षा पर जोर देना सार्थक पहल है। इस वेबिनार की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डा. पुष्पा सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि यह शिक्षा नीति तमसो मा ज्योतिर्गमय की उदघोषणा करती हुई सभी वर्गों को एक साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है तथा नवाचार को विशेष महत्त्व देती है। वेबिनार में तकनीकी सहयोग महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग में सह आचार्य डा. बालगोविन्द सिंह ने किया। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन वेबिनार के सह-संयोजक सैन्य विज्ञान विभाग में सहायक आचार्य प्रिस कसौधन ने किया।