शहर में निकली राष्ट्रीय प्रतीकों की झांकी
जागरण संवाददाता गाजीपुर राष्ट्रीय एकता अखंडता व समभाव हेतु सम्राट अशोक क्लब भारत संस्था द्वारा राष्ट्रीय प्रतीकों से सजी झांकी मंगलवार को झिगुर पट्टी स्थित शहीद भगत सिंह पार्क से निकाली गई। झांकी में शामिल सैकड़ों लोग राष्ट्रीय प्रतीकों की जय-जयकार करते हुए व देशभक्ति गीत गाते हुए झिगुर पट्टी नवाब साहब का फाटक लालदरवाजा मिश्र बाजार महुआबाग होते हुए कचहरी स्थित सरजू पांडेय पार्क में पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : राष्ट्रीय एकता अखंडता व समभाव हेतु सम्राट अशोक क्लब भारत संस्था द्वारा राष्ट्रीय प्रतीकों से सजी झांकी मंगलवार को झिगुर पट्टी स्थित शहीद भगत सिंह पार्क से निकाली गई। झांकी में शामिल सैकड़ों लोग राष्ट्रीय प्रतीकों की जय-जयकार करते हुए व देशभक्ति गीत गाते हुए झिगुर पट्टी, नवाब साहब का फाटक, लालदरवाजा, मिश्र बाजार, महुआबाग होते हुए कचहरी स्थित सरजू पांडेय पार्क में पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. दीनानाथ ने कहा कि संविधान लिखने में दो वर्ष 11 माह 18 दिन लगा। कई देशों के संविधान का अध्ययन कर अहम तथ्यों व तर्कों को समायोजित किया गया। संस्था के पूर्वांचल प्रभारी जवाहर लाल ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतीक देश की आन मान व शान होते हैं। प्रदेश प्रभारी डा. रविद्र मौर्य ने कहा कि संविधान निर्माताओं ने बहुत सोच समझकर राष्ट्रीय प्रतीकों का चयन किया है। उन्होंने बहुत पढ़ लिया गीता और कुरान को, अब पढ़ो संविधान को गीत गाकर लोगों में राष्ट्रभक्ति के प्रति जोश भरा। रहमान ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान कर हम स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। शहीद मुकेश सिंह की पत्नी निर्मला कुशवाहा ने कहा कि मेरे पति ने इसी तिरंगे के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। किसी भी कीमत पर तिरंगे को झुकने नहीं देंगे। संस्था की तरफ से डा. जी सिंह कश्यप व निर्मला कुशवाहा को सम्मानित किया गया।
इसके पूर्व भगत सिंह पार्क में रजागंज चौकी इंचार्ज राजेश बहादुर सिंह व लोटन इमली चौकी इंचार्ज अजय कुमार पांडेय ने ध्वजारोहण किया। राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद राष्ट्रीय प्रतीकों, भारतीय संविधान व राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ के आकार प पुष्प चढ़ाया। इसके बाद झांकी रवाना हुई। पार्क व कचहरी के बीच में जहां-जहां राष्ट्रीय प्रतीक मिले उस पर पुष्प चढ़ाया गया। सत्यनारायण मौर्य, अरविद कुशवाहा, कुंदन, हरिओम, माला मास्टर, शिवगोविद कुशवाहा, जयराम कवि, प्रवीण कुमार, आनंद मौर्य आदि थे। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजेंद्र कुशवाहा व संचालन महासचिव राजकुमार पांडेय ने किया।