पंचतत्व में विलीन हुए उपनिरीक्षक अतुल सिंह
उनका शव शनिवार की देर रात उनके पैतृक गांव जगदीशपुर पहुंचते ही कोहराम मच गया।
पंचतत्व में विलीन हुए उपनिरीक्षक अतुल सिंह
जागरण संवाददाता, भांवरकोल (गाजीपुर) : प्रयागराज के नवाबगंज थाने में तैनात उपनिरीक्षक अतुल कुमार सिंह (35) रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका शव शनिवार की देर रात उनके पैतृक गांव जगदीशपुर पहुंचते ही कोहराम मच गया। उपनिरीक्षक पद पर तैनात अपने होनहार युवक अतुल का शव देख सभी की आंखें नम थीं। अतुल कुमार सिंह का अंतिम संस्कार कोटवां नरायनपुर गंगाघाट पर किया गया। मुखाग्नि मृतक के दस वर्षीय पुत्र आरुष कुमार सिंह ने दी। अंतिम संस्कार में काफी लोग शामिल हुए।
अतुल कुमार सिंह दो भाइयों में छोटे थे और पुलिस विभाग के वायरलेस में उपनिरीक्षक पद पर तैनात थे। वह अपने पिता अरविंद सिंह के सेवाकाल में ही 2014 में निधन हो जाने के बाद वर्ष 2016 में उपनिरीक्षक पद पर मृतक आश्रित कोटे से नियुक्ति पाए थे। इन दिनों अतुल कुमार सिंह प्रयागराज में नवाबगंज थाने पर उपनिरीक्षक पद पर तैनात थे। लखनऊ के गोडम्बा क्षेत्र के यूनिटी सिटी कालोनी में बने निजी आवास में बड़े भाई अमित कुमार सिंह के परिवार के साथ ही अतुल कुमार सिंह की पत्नी मेनका और पुत्र आरुष भी रहते थे। प्रयागराज में वह तैनाती स्थान से लगभग आधा किलोमीटर दूर सेवानिवृत्त रेलकर्मी राधेश्याम यादव के मकान में किराये पर रहते थे।
शुक्रवार को नवाबगंज थाने से अतुल अपने आवास के लिए निकले। रोज की तरह हालचाल जानने के लिए जब लखनऊ से उनके स्वजन फोन किए तो कोई उत्तर नहीं मिला। फिर जब शनिवार को सुबह भी फोन से बात नहीं हुई तो बड़े भाई अमित सिंह ने प्रयागराज में ही शिक्षक पद पर तैनात अपने रिश्तेदार सोनू को फोन किया। सोनू ने थाना पर फोन किया। थाने के उपनिरीक्षक रमेश यादव जब अतुल कुमार सिंह के आवास पर पहुंचे तो वहां कमरे का दरवाजा खुला था और बाथरूम में अतुल का शव पड़ा हुआ था। पुलिस सक्रिय हुई, पोस्टमार्टम कराने के बाद स्वजन को शव सौंप दिया गया, जो देर रात जगदीशपुर लाया गया। शव पहुंचते ही सबकी आंखें नम हो गई। मां उत्तमा देवी, पत्नी मेनका, पुत्र आरुष, भाई अमित सिंह व भाभी अंकुर आदि का रोते रोते बुरा हाल था।
पट्टीदारी में तेरही के दिन हुए अंतिम संस्कार से रहा विशेष शोक
उपनिरीक्षक अतुल सिंह के अंतिम संस्कार के दिन रविवार को ही उनके पट्टीदार विक्रमा सिंह की तेरही थी। इस घटना के लगभग आठ वर्ष पूर्व विक्रमा सिंह की पुत्रवधू दीपमाला सिंह के तेरही के दिन अतुल कुमार सिंह के पिता उपनिरीक्षक अरविंद सिंह का भी निधन हुआ था।