प्रदेश के उत्कृष्ट विद्यालयों में चयनित हुआ सिधौना
गाजीपुर सहायक अध्यापक प्रियंका यादव की लगन व मेहनत से प्राथमिक विद्यालय सिधौना ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्रदेश के उत्कृष्ट 100 परिषदीय विद्यालयों में प्राथमिक विद्यालय सिधौना का भी नाम शामिल है। इस सूची में शामिल होने वाला जिले का यह एकमात्र विद्यालय है।
जासं, गाजीपुर : सहायक अध्यापक प्रियंका यादव की लगन व मेहनत से प्राथमिक विद्यालय सिधौना ने एक बार फिर जिले का नाम रोशन किया है। बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्रदेश के उत्कृष्ट 100 परिषदीय विद्यालयों में प्राथमिक विद्यालय सिधौना का भी नाम शामिल है। इस सूची में शामिल होने वाला जिले का यह एकमात्र विद्यालय है। इससे शिक्षकों में हर्ष का माहौल है। लखनऊ में एक फरवरी को आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में विद्यालय की सहायक अध्यापक प्रियंका यादव को सम्मानित किया जाएगा।
प्रियंका यादव अपनी विशेष शिक्षण शैली के लिए जानी जाती हैं। वह बच्चों को मनोरंजक व आकर्षक तरीके से पढ़ाती हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ रही है। पहले की अपेक्षा विद्यालयों में बच्चों की संख्या काफी बढ़ गई है। इसके अलावा विद्यालय का स्वरूप बदलने के साथ वहां बेहतर शैक्षिक माहौल भी अपने सहयोगी शिक्षकों के साथ तैयार किया है। प्रियंका ने अपने जन्मदिन पर बच्चों को डेस्क-बेंच उपहार स्वरूप दिया ताकि उस पर बैठकर व सुविधाजनक रूप से पठन-पाठन कर सकें। इससे बच्चों में भी काफी उत्साह रहता है। प्रियंका यादव ने बताया कि पिछले वर्ष जून में प्रदेश स्तर से उत्कृष्ट विद्यालयों चयनित करने के लिए आवेदन मांगे गए थे। इसमें हमने भी आवेदन किया था। आवेदन के साथ छह पेज में अपने विद्यालय में पठन-पाठन के तौर-तरीकों व उपलब्धियों को प्रस्तुत करना था और उसके साथ सीडी के माध्यम से वीडियो भी भेजा गया था। प्रदेश स्तर पर समीक्षा के बाद 100 विद्यालयों का चयन किया गया जिसमें मेरे विद्यालय का नाम भी शामिल है। बताया कि इससे उनका उत्साह और बढ़ा है। आगे पठन-पाठन का कार्य और बेहतर तरीके से करने की कोशिश होगी।
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- जिले से कई दर्जन विद्यालयों की ओर से आवेदन भेजे गए थे जिसमें से प्राथमिक विद्यालय सिधौना का ही चयन हुआ है। आवेदन करने वालीं सहायक अध्यापक प्रियंका यादव को सम्मानित करने के लिए लखनऊ आमंत्रित किया गया है। इसका पत्र कार्यालय को प्राप्त हो गया है।
- श्रवण कुमार, बीएसए।