हेरोइन का कश नहीं देने पर कर दी थी शशिकांत की हत्या
थाना क्षेत्र के पलियां गांव में एक पखवारा पहले शशिकांत सिंह उर्फ साधु निवासी सिगेरा की हत्या उसी के गांव के उमेश राजभर (28) ने हेरोइन का कश न देने के कारण की थी।
जागरण संवाददाता, बिरनो (गाजीपुर) : थाना क्षेत्र के पलियां गांव में एक पखवारा पहले शशिकांत सिंह उर्फ साधु निवासी सिगेरा की हत्या उसी के गांव के उमेश राजभर (28) ने हेरोइन का कश न देने के कारण की थी। उसने ईंट-पत्थर से कूंच कर मार डाला था। हत्या में प्रयुक्त ईंट को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है। इसका पर्दाफाश करते हुए थानाध्यक्ष शशिचंद चौधरी ने बताया कि आरोपित युवक उमेश नशे का आदी है। उसने शशिकांत से हेरोइन का कश पीने के लिए मांगा था और न देने पर उसकी हत्या कर दी।
उन्होंने बताया कि 23 अक्टूबर को शशिकांत तथा उमेश राजभर एक साथ शहर आए थे। वहां से गांजा व हेरोइन के लिए एक स्थान पर पहुंचे। वहां काफी देर बैठने के बाद भी हेरोइन नहीं मिली। किसी तरह दो पुड़िया हेरोइन की व्यवस्था हुई। इसके बाद पलिया गांव के पास दोनों थक कर चूर हो गए थे। वहां रुके और स्कूल के पीछे हेरोइन पीने की व्यवस्था बनाई। इस बीच साधु हेरोइन की दोनों पुड़िया निकालकर पीने लगा। उमेश ने जब उससे हेरोइन पीने के लिए मांगी, तो उसने गाली देते हुए न देने की बात कही। इस पर उमेश को गुस्सा आ गया। वहां पास में रखी ईंट से साधु के सिर और मुंह पर दे मारा। दो सप्ताह बाद भी पुलिस पकड़ से दूर हैं बैंक मित्र के लुटेरे
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के जलालाबाद शहीद चौक स्थित यूनियन बैंक के सामने दिनदहाड़े पिस्तौल से आतंकित कर दो फिनो पेमेंट बैंक मित्र से एक लाख चार हजार की लूटने दो सप्ताह भी गिरफ्तार नहीं हो सके। अब तक इस मामले में पुलिस दर्जनों को उठाकर पूछताछ कर चुकी है, लेकिन अभी लुटेरों का कोई सुराग नहीं मिला है। दुल्लहपुर पुलिस की निष्क्रियता से स्थानीय लोगों में रोष बढ़ता जा रहा है।
मालूम हो कि बीते दो नवंबर को जलालाबाद शहीद चौक से कुछ ही दूर स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया के सामने से बाइक सवार दो लुटेरे पिस्तौल सटाकर दो फिनो पेमेंट बैंक मित्र से एक लाख चार हजार रुपये लूट कर फरार हो गए थे। इस घटना के बाद लोगों में दहशत फैल गया था। फिनो पेमेंट बैंक मित्र के दो संचालक बहलोलपुर निवासी शैलेंद्र कुमार यादव तथा दुल्हपुर निवासी विपिन कुमार कांदू लुटेरों द्वारा आतंकित किए जाने के कारण अभी भी डरे हुए हैं। लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय पुलिस सहित क्राइम ब्रांच की टीम भी लगी हुई है। बाजार के दुकानों के सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने खंगाला लेकिन उनके हाथ कुछ नहीं लगा। पूछताछ में मिले क्लू के आधार पर भी पुलिस ने जांच-पड़ताल की, लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा।