वाहनविहीन दिलदारनगर का आरपीएफ थाना
दिलदारनगर आरपीएफ थाना का कार्य क्षेत्र 91 किमी है। यहां पर वाहन की सुविधा नहीं है। वर्ष 2005 में आरपीएफ को थाना का दर्जा तो मिला लेकिन सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गईं। थाना क्षेत्र में दुर्घटना होने पर आरपीएफ प्रभारी सहित जवानों को घटनास्थल पर जाने के लिए ट्रेन या प्राइवेट साधन ही सहारा रहता है।
जासं, दिलदारनगर (गाजीपुर) : दिलदारनगर आरपीएफ थाना का कार्य क्षेत्र 91 किमी है। यहां पर वाहन की सुविधा नहीं है। वर्ष 2005 में आरपीएफ को थाना का दर्जा तो मिला लेकिन सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गईं। थाना क्षेत्र में दुर्घटना होने पर आरपीएफ प्रभारी सहित जवानों को घटनास्थल पर जाने के लिए ट्रेन या प्राइवेट साधन ही सहारा रहता है। बार-बार पत्राचार के बाद भी आरपीएफ थाना को आज तक वाहन नहीं मिल सका। दिल्ली-हावड़ा मेन रेल पर दिलदारनगर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ थाना है। थाना का कार्य क्षेत्र बारा कलां हाल्ट से सकलडीहा एवं दिलदारनगर से ताड़ीघाट तक 91 किमी का है। ऐसे में थाना के प्रभारी सहित मातहतों को आने जाने के लिए दो या चार पहिया वाहन की जरूरत पड़ती है। थाना क्षेत्र के किसी भी रेलवे स्टेशन पर कोई घटना या रेल परिचालन में कोई समस्या उत्पन्न होने पर परेशानी होती है। आरपीएफ के पास ट्रेन के अलावा कोई साधन नहीं मिल पाता है। वाहन के लिए विभागीय अधिकारियों को कई बार पत्र भेजकर अवगत कराया गया लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
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