पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े हुए सवाल
हंसराजपुर पुलिस चौकी में दबंगों द्वारा घुसकर युवक साहब वर्मा की पिटाई की घटना को महकमे में गंभीरता से लिया है। उच्चाधिकारी इसकी जानकारी लेने के बाद कठोर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। वहीं बाजार के लोगों का कहना है कि दबंग युवक को चौकी में पीट रहे थे और तीन पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे।
जासं, गाजीपुर : हंसराजपुर पुलिस चौकी में दबंगों ने जिस तरीके से घुसकर पीड़ित की पिटाई की उससे तमाम सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस वारदात ने यह भी दर्शा दिया कि किस तरह पुलिस का लोगों में अब कोई खौफ नहीं रहा। कोई कुछ कहे इसके लिए पूरी तरीके से पुलिसिया प्रणाली जिम्मेदार है। इस मामले से महकमे ने सीख नहीं लिया तो आने वाले दिनों में उसे और अपमानित होना पड़े तो आश्चर्य नहीं।
जानकारों के अनुसार हंसराजपुर तो महज बानगी भर है। अन्य चौकी और थानों पर हर वह गलत काम कराने से कुछ कर्मी बाज नहीं आते जिसे रोकने देने के लिए उन्होंने वर्दी पहन रखी है। यह वारदात इसी का परिणाम है। बहरहाल, भद्द पिटने के बाद साहब वर्मा की पिटाई की घटना को महकमे ने अब जाकर गंभीरता से लिया है। उच्चाधिकारी इसकी जानकारी लेने के बाद कठोर कार्रवाई की बात कह रहे हैं। अब यह देखने वाली बात होगी कि आगे इस पर किस कदर और कितना अमल होता है। वहीं बाजार के लोगों ने आश्चर्य व चिंता व्यक्त की कि दबंग जब युवक को चौकी में पीट रहे थे तब तीन पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रताकते रहे। बाजारवासियों का कहना है कि दबंगों की दबंगई काफी दिनों से चल रही थी। बात-बात पर धमकाना, गाली-गलौज करना वे आए दिन करते थे। इतना ही नहीं सुबह-शाम पुलिस चौकी में जमे भी रहते थे। उनका दुस्साहस ऐसे ही नहीं बढ़ा। वे जानते थे कि चौकी में वे कुछ भी करेंगे और पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। खैर मामला जब चौकी में घुसकर मारने का आया तो दबंग अब अपने बचाव के जुगाड़ में लग गए हैं।