पूर्व सैनिक समेत चार को पुलिस ने लिया हिरासत में
स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के स्टापेज की मांग।
जागरण संवाददाता, गहमर (गाजीपुर): स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के स्टापेज की मांग को लेकर धरनारत पूर्व सैनिक समेत चार को पुलिस ने सोमवार की देर रात उठा लिया। सभी को पुलिस लाइन भेज दिया गया। प्रभारी निरीक्षक त्रिवेणी लाल सेन ने मशाल जुलूस निकालने के मामले में 25 नामजद व 50 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया है। इसके बाद मंगलवार की देर शाम हिरासत में लिए लोगों को पुलिस ने चेतावनी देकर निजी मुचलके पर छोड़ दिया।
गहमर स्टेशन पर प्रमुख ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर दो सप्ताह से पूर्व सैनिक सेवा समिति व ग्रामीणों का धरना चल रहा था। मांगें पूरी न होने पर धरना बेमियादी अनशन में तब्दील हो गया। सोमवार की देर रात अनशन स्थल पर एसडीएम राजेश प्रसाद, सीओ जमानियां हितेंद्र कृष्ण, प्रभारी निरीक्षक गहमर त्रिवेणी लाल सेन पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। वहां मौजूद पूर्व सैनिक महेंद्र प्रताप उपाध्याय, ग्रामीण आनंद मोहन सिंह, सुधीर सिंह व रोहित सिंह को हिरासत में ले लिया गया। वहीं दो अनशनकारी भाग गए। सोमवार की शाम मशाल जुलूस निकालने के मामले में पुलिस ने 25 नामजद व लगभग 50 अज्ञात के खिलाफ आदर्श आचार संहिता व कानून व्यवस्था का उल्लंघन, महामारी फैलाने सहित कई मामले में मुकदमा दर्ज कराया है। कोतवाली पुलिस ने रात में ही अनशन स्थल से रजाई, गद्दा व टेंट को हटवा दिया।
---- यह थीं मांगें
पूर्व सैनिक सेवा समिति के सदस्य व ग्रामीण स्थानीय रेलवे स्टेशन के परिसर में मगध एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, गरीब रथ, भगत की कोठी एक्सप्रेस के ठहराव की मांग लेकर अनशन पर बैठे थे। उनका कहना था कि रेलवे की लापरवाही से गहमर व आसपास के दर्जनों गांवों के करीब तीन लाख की आबादी रेल सेवा से वंचित हो चुकी है। आवागमन में परेशानी हो रही है। हावड़ा-दिल्ली मेन लाइन में बक्सर एवं डीडीयू के बीच सैनिकों का गांव गहमर महत्वपूर्ण स्टेशन है। कोरोना काल में चलने वाली लगभग उन सभी ट्रेनों का ठहराव हटा लिया गया है, जिन ट्रेनों का पूर्व में नियमित ठहराव था। बिना आदेश के ही पूर्व सैनिक व ग्रामीण मशाल जुलूस निकाल रहे थे। पूर्व सैनिकों समेत चार को हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। - त्रिवेणी लाल सेन, प्रभारी निरीक्षक। ---
आचार संहिता के बावजूद अनशन पर बैठना गलत है। आचार संहिता का उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
राजेश प्रसाद, एसडीएम, सेवराई।