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चौथे दिन भी पीपा पुल से चालू न हो सका आवागमन

मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) क्षेत्र के बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल के क्षतिग्रस्त पायल एप्रोच मरम्मत कार्य में लकड़ी के स्लीपर का अभाव बाधक बन रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 04:44 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 04:44 PM (IST)
चौथे दिन भी पीपा पुल से चालू न हो सका आवागमन
चौथे दिन भी पीपा पुल से चालू न हो सका आवागमन

जागरण संवाददाता, मुहम्मदाबाद (गाजीपुर) : क्षेत्र के बच्छलपुर-रामपुर पीपा पुल के क्षतिग्रस्त पायल एप्रोच मरम्मत कार्य में लकड़ी के स्लीपर का अभाव बाधक बन रहा है। सामान की उपलब्धता न होने से गुरुवार को चौथे दिन भी वाहनों के साथ ही पैदल आवागमन पूरी तरह से ठप रहा। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को नाव या करीब 40 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय कर आवागमन करना पड़ रहा है। बावजूद अधिकारी व ठेकेदार मौन साधे हुए हैं।

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इलाके से रामपुर, रेवतीपुर होते जमानियां, सेवराई तहसील के विभिन्न गांवों से होते हुए बिहार तक आवागमन के लिए पीपा पुल का निर्माण कराया गया। इस पुल के बनने से गंगा पार दियारा में खेती करने वाले किसानों के लिए कृषि यंत्रों थ्रेसर, ट्रैक्टर, ट्राली, हल आदि ले जाना व अनाज को घर तक लाना आसान हो गया। इस समय खेती व लगन विवाह का सीजन होने से पुल का महत्व काफी बढ़ गया है। सोमवार को सुबह पुल का एप्रोच क्षतिग्रस्त हो जाने से आवागमन ठप हो गया। पुल के एप्रोच मरम्मत के लिए गुरुवार को मजदूर दो पीपा को लगाने का कार्य किए, लेकिन इन पीपा से आवागमन के लिए कम से कम 50 लकड़ी का स्लीपर न होने से सब बेकार साबित हो रहा है। मौके पर मौजूद विभागीय कर्मियों के मुताबिक अधिकारी नए स्लीपर के बजाए पुल के रेत में पड़े हिस्सों के पीपा पर लगे स्लीपर को खोलकर यहां लगाने को निर्देशित कर रहे हैं। इसमें काफी परेशानी के साथ मरम्मत कार्य में कई दिन का समय भी लगेगा। यही नहीं अगर मरम्मत के बाद कटान से एप्रोच क्षतिग्रस्त हुआ तो पीपा का अभाव मुश्किल खड़ा करेगा।

धन और समय की हो रही बर्बादी

हालत यह है कि पुल से आवागमन पूरी तरह ठप होने से दो पहिया वाहन सवारों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं चार पहिया वाहनों व ट्रैक्टर से अनाज, भूसा आदि लाने वाले किसानों को हमीद सेतु गाजीपुर से होकर आवागमन करना पड़ रहा है। इससे उनका समय व धन दोनों का अपव्यय हो रहा है। दियारा में बिछाए गए लोहे के चादर पर रेत चढ़ जाने या उसके तितर-बितर होने से बाइक सवार रेत में फंसकर परेशान हो रहे हैं। लोकनिर्माण विभाग के मेठ विजय यादव ने बताया कि संसाधन के अभाव के चलते मरम्मत कार्य में परेशानी हो रही है। अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। सामान उपलब्ध होते ही एप्रोच मरम्मत कर आवागमन बहाल करा दिया जाएगा।


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