रोडवेज बस सेवा को तरस रहे करइल के लोग
करइल का प्रवेशद्वार लौवाडीह समेत कई गांव आज भी रोड।
जागरण संवाददाता, लौवाडीह (गाजीपुर) : करइल का प्रवेशद्वार लौवाडीह समेत कई गांव आज भी रोडवेज सेवा से वंचित हैं। क्षेत्र के लौवाडीह, जोगा, मुसाहिब, रेड़मार, पारो, मुर्तजीपुर, चांदपुर, मलिकपुरा, बेलसड़ी, सोनाड़ी, मुर्की समेत कई गांव के लोग रोडवेज बस सेवा के लिए तरस रहे हैं जिससे लोगों को परेशानी तो हो ही रही है, साथ ही जेब भी ढीली हो रही है। निजी वाहन मनमाना किराया वसूलते हैं। करइल के सबसे बड़े गांव जोगामुसाहिब से वाराणसी मुख्यालय जाने के लिए एक मात्र निजी बस चलती है वो भी नियमित रूप से नहीं जिससे आम लोगों को पैदल करीमुद्दीनपुर जाकर साधन पकड़ना पड़ता है। अन्य गांव का तो और भी बुरा हाल है। चार वर्ष पूर्व दो तीन दिनों तक रोडवेज बस चली लेकिन राजनीतिक कारणों से इसे बंद कर दिया गया। बलिया से वाराणसी जाने वाली रोडवेज बसों को अगर करीमुद्दीनपुर से बालापुर करीमुद्दीनपुर सड़क से डायवर्ट कर दिया जाय तो दूरी पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा और इन गांव की समस्या दूर हो जाएगी। इसके अतिरिक्त एक रोडवेज बस जोगामुसाहिब से वाराणसी मुख्यालय तक चला दी जाएं तो इस क्षेत्र के गांव को काफी सहूलियत हो जाएगी। रामचंद्र राय, विजय शंकर पांडेय, रामकुमार राय, आशुतोष राय, जितेंद्र यादव ने मांग की है कि सरकार बदल गयी जनप्रतिनिधि भी बदल गए लेकिन हमारी समस्या जस की तस है। अगर रोडवेज सेवा शुरू कर दी जाए तो इस क्षेत्र के लिए राहत हो जाएगी।