एलईडी टीवी से प्रसूताएं सीखेंगी नवजात पालन के गुर
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : शिशु मृत्युदर पर अंकुश लगाने के लिए अब जनपद में 'मां का पूरा
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : शिशु मृत्युदर पर अंकुश लगाने के लिए अब जनपद में 'मां का पूरा प्यार' अभियान की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके तहत ब्लाकों के सभी सीएचसी-पीएचसी केंद्र में स्थित प्रसूति वार्डो में एलईडी टीवी लगाई जा रही है। एलईडी टीवी पर एक घंटे फिल्म चलाकर नवजातों के देखभाल के प्रति उन्हें जागरूक भी किया जाएगा। फिलहाल चार सीएचसी-पीएचसी केंद्रों को इस सुविधा से लैस किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं व नवजातों की उचित देखभाल करने के साथ उन्हें जागरूक करने का एक नया तरीका शासन की ओर से अपनाया गया है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के बाद देखभाल के लिए उन्हें प्रसूति वार्डो में भर्ती कराया जाता है। इस दौरान नवजातों के देखभाल और शिशु स्तनपान के ऊपर बनी एक घंटे की फिल्म दिखाई जाएगी। इसमें नवजात शिशुओं के जन्म लेने के एक घंटे के अंदर स्तनपान कराने से होने वाले फायदे की जानकारी दी जाएगी। मां के दूध का सेवन नहीं करने पर उन्हें होने वाली बीमारियों और बढ़ रही शिशु मृत्युदर के बारे में बताया जाएगा। शिशु मृत्युदर पर अंकुश लगाने के लिए अब उच्चाधिकारियों द्वारा सीएचसी-पीएचसी में एलईडी टीवी लगाने की समीक्षा भी तेजी से की जा रही है। जनपद के मुहम्मदाबाद, सैदपुर, करंडा और जमानियां के स्वास्थ्य केंद्रों को प्रसूति वार्डों को लैस कर दिया गया है। आशाओं को मिलेगी धनराशि
- सामुदायिक स्तर पर आशा कार्यकर्ता अपने गांव की सभी गर्भवती महिलाओं के साथ बैठक करेंगी। इसमें नवजातों को स्तनपान के तरीकों उससे होने वाले फायदों की जानकारी देंगी। साथ ही आदर्श मातृ सम्मेलन का आयोजन एक तीन बार और त्रैमासिक आधार पर 8 से 10 बैठक महिलाओं के साथ करेंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 100 रुपये प्रतिपूर्ति राशि आशाओं को दी जाएगी।
सभी सीएचसी पीएचसी पर लगेगा एलईडी टीवी
- जिले के 16 ब्लाकों के सीएचसी-पीएचसी के प्रभारी अधीक्षकों को शीघ्र प्रसूति वार्ड को एलइडी टीवी से लैस करने का निर्देश दे दिया गया है। इसके माध्यम से प्रसूताओं को बच्चों की देखभाल और नवजातों को स्तनपान कराने की जानकारी फिल्म के माध्यम से दी जाएगी। - डा. जीसी मौर्या, मुख्य चिकित्साधिकारी।