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एनएचएआइ की उदासीनता, बर्बाद हो रही करोंड़ों की सड़क

गाजीपुर बीते माह आई बाढ़ के कारण कठवामोड़ के पास बेसो नदी में बने पुल का रास्ता बह गया। इससे पुल पर आवागमन पूरी तरह से रोक दिया गया। इसके बाद से ही सभी भारी वाहन अन्य मार्गों से होकर आ-जा रहे हैं जो भारी वाहन के लिए बने ही नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 10:19 PM (IST)Updated: Mon, 11 Nov 2019 10:19 PM (IST)
एनएचएआइ की उदासीनता, बर्बाद हो रही करोंड़ों की सड़क
एनएचएआइ की उदासीनता, बर्बाद हो रही करोंड़ों की सड़क

जासं, गाजीपुर : यह जिम्मेदारों की उदासीनता नहीं तो और क्या है कि बाढ़ के दौरान कठवामोड़ स्थित बेसो नदी के पुल के बगल से होकर गुजरने वाले रास्ते को अब तक न खोला जा सका।कठवामोड़ पुल के मरम्मत में देरी होने पर लोगों को परेशानी तो ही रही है, वहीं बनी बनाई करोड़ों की सड़कों को भी इसकी मार झेलना पड़ रही है। एनएचए आइ की उदासीनता पीडब्ल्यूडी को भारी पड़ रहा है। इतना ही नहीं इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों ने शीघ्र मरम्मत शुरू कराने के लिए कई बार पत्राचार भी किया, लेकिन इसका कोई मतलब नहीं निकला। अगर स्वीकृति मिल जाए तो दस दिनों के अंदर ही इसका कार्य पूरा लिया जाएगा। इसके कारण करीब चार करोड़ की लागत से बना मरदह-कासिमाबाद मार्ग जगह- जगह उखड़ गया, जिसपर चलना खतरे से खाली नहीं है।

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-स्वीकृति मिल जाए तो 10 दिनों में कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। स्थानीय सहित उच्चाधिकारियों की ओर से भी मुख्यालय को अवगत करा दिया गया है। उम्मीद ही जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी।

- वीपी सिंह, तकनीकी प्रबंधक एनएचएआइ।


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