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देश को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाएगी नई शिक्षा नीति

जागरण संवाददाता गाजीपुर जिले के राजकीय हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट कालेजों और एडेड म

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 05:34 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 05:34 PM (IST)
देश को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाएगी नई शिक्षा नीति
देश को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाएगी नई शिक्षा नीति

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिले के राजकीय हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट कालेजों और एडेड माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों की ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को राजकीय सिटी इंटर कालेज गाजीपुर के सभागार से किया गया। इसमें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्राविधानों के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. ओपी राय ने कहा कि नयी शिक्षा नीति मे शिक्षा में समानता और सभी को गुणवत्तापरक शिक्षा देने के मुद्दे पर बल दिया गया है। यह भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाने में मददगार साबित होगी। इस शिक्षा नीति से देश का विकास होगा। शिक्षा और तकनीकी के क्षेत्र में हम दुनिया की बराबरी कर सकेंगे। इससे रोजगार के वृहद अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक में प्रवेश लेने से पूर्व बच्चों को आगनबाड़ियों की देखरेख मे रखा जाएगा। यहां प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश के लिए तैयार किया जाएगा। उन्होंने प्रधानाचार्यों को पूरी तन्मयता के साथ नयी शिक्षा नीति के प्राविधानों का अध्ययन करने का सुझाव दिया।

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राजकीय हाई स्कूल के प्रधानाचार्य रामअवतार यादव ने वर्ष 1968 और 1986 की शिक्षा नीति में दी गई व्यवस्थाओं की तुलनात्मक व्याख्या करते हुए इसके बदलाव की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति मे गुरूकुल की शिक्षा परंपरा को पुनर्जीवित करने पर बल दिया गया है। इसका उल्लेख करते हुए उन्होने गुरूकुल की शिक्षा प्रणाली और वर्तमान शिक्षा प्रणाली का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत किया। राजकीय सिटी इंटर कालेज के सहायक अध्यापक कृपाशंकर तिवारी ने शिक्षकों को नयी शिक्षा नीति के प्राविधानो की प्रारंभिक जानकारी प्रदान की। उन्होंने बेसिक और माध्यमिक शिक्षा के नवीन ढांचे की जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि समतामूलक समावेशी समाज के निर्माण मे मदद मिलेगी। उच्च शिक्षा प्राप्त करने और मन चाहा विषय पढने की इच्छा छात्रो की पूरी होगी। सिटी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य हरेंद्र कुमार ने कहा कि इससे क्रियान्वयन से ड्राप आउट छात्र-छात्राओं की संख्या घटेगी और नामांकन बढाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जब तक नयी शिक्षा नीति के प्राविधानों को जन-जन तक नहीं पहुंचाएगे तब तक इसका उद्देश्य पूर्ण नहीं होगा। इस कार्यशाला से राजकीय के 118 और 96 एडेड माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने आनलाइन जुड़कर नयी शिक्षा नीति की जानकारी प्राप्त की। नान एडेड माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्यों के लिए बुधवार से शनिवार तक दोनों सत्र में इस कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।


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