150 से अधिक लोगों की हर साल हादसों में होती है मौत
447 लोग पिछले तीन वर्षों में कुल 743 सड़क हादसों में गवां चुके हैं
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिले में सड़क हादसों में होने वाले मौत का आंकड़ा काफी चौकाने वाला है। यहां प्रत्येक वर्ष 150 से अधिक लोग सड़क हादसों में जान गवां देते हैं। पिछले तीन वर्ष के आंकड़ों को देखा जाए तो कुल 743 सड़क हादसे हुए हैं। इसमें 447 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं, 303 लोग अपाहिज हो गए हैं। दुखद यह है कि 40 फीसद से भी अधिक युवा सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में न सिर्फ हमें बल्कि अपने सगे संबंधियों को भी यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करना होगा। खासकर ठंड और कोहरे के बीच और सजगता की जरूरत है। युवाओं को बताना होगा कि जिदगी अनमोल हैं। आप यातायात नियमों का पालन पुलिस के बचने के लिए नहीं, बल्कि दोबारा अपने घर पहुंचने के लिए करें।
बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए शासन-प्रशासन के लोग जागरूक तो करते ही हैं, साल में एक माह नवम्बर को यातायात माह के रूप में मनाया जाता है। इससे शासन की मंशा सिर्फ यह होती है कि लोग यातायात के नियमों को जानें और उसका पालन करने के साथ ही अपने आप को सुरक्षित रखें। सरकार के तमाम प्रयास के बावजूद अपेक्षा के अनुरूप अभी जागरूकता नहीं आई है। यही कारण है कि दिन-प्रतिदिन सड़क हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिले के शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी अक्सर देखने को मिल जाता है कि युवा काफी तेज गति में बिना हेलमेट के बाइक चलाते हैं। जिले में भी सबसे अधिक सड़क हादसा हाइ स्पीड, शराब पीकर गाड़ी चलाने, नियमों की जानकारी न होने आदि की वजह से होते हैं। यही कारण है कि सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रही है। वहीं अब सर्दी में कोहरे का भी मौसम आने वाला है। इसमें और अत्यधिक सावधानी बरतनी होगी।
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जिले के कुछ बड़े सड़क हादसे
-बीते 16 अक्टूबर की सुबह गंगा स्नान करने जा रही महिलाओं को अनियंत्रित ट्रक ने रौंद दिया था। इसमें तीन की मौत हो गई थी, जबकि पांच घायल हो गईं थीं।
-बीते 16 नवंबर को सुहवल थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव के पास तेज रफ्तार बोलेरो पेड़ से टकरा गई थी। इसमें बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले दो लोगों की मौत हो गई थी और नौ घायल हुए थे।
- खानपुर थाना क्षेत्र के गोपालपुर में तीन वर्ष पूर्व नवंबर माह में वाराणसी से गाजीपुर जाते समय कमांडर जीप के टेलर गाड़ी में घुस जाने से पांच लोगों की मौत हो गई थी।
-फरवरी 2020 में वाराणसी से बारात लेकर मऊ जा रही डीसीएम डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, इसमें सात जख्मी लोगों सहित चार महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गईं थीं।
- 10 नवंबर 2017 की सुबह करीब सवा छह बजे घने कोहरे के चलते दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के रेलवे क्रासिग के पास दो ट्रकों की भिड़ंत में एक महिला की मौत हो गई थी।
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तीन वर्षों में सड़क हादसों के आंकड़े
वर्ष 2018 2019 2020
कुल सड़क हादसा 285 257 201
मृतकों की संख्या 167 154 126
घायलों की संख्या 122 105 76